नई दिल्ली। भारत ने पाकिस्तान को एकबार फिर से छुहारे के निर्यात की अनुमति दे दी है। फरवरी महीने में हुए पुलवामा हमले की वजह से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था, जिसके बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान से आने वाले सामान पर 200 फीसदी टैक्स लगा दिया था।
पाकिस्तान की कॉमर्स डिवीजन द्वारा एक बयान जारी कर कहा गया कि तनाव बढ़ने के बाद भारतीय निर्यातकों द्वारा सामान को क्लियर करने से इंकार कर दिया था, जिस वजह से शिपमेंट सीमा पर अटका हुआ था।
आपको बता दें कि पाकिस्तान छुहारे बेचने के मामले में पूरी तरह भारत पर निर्भर है। पाकिस्तान छुहारे के कुल निर्यात में से 96 फीसदी भारत को करता है और हाल ही में भारत द्वारा बढ़ाए गए टैक्स ने पाकिस्तान के व्यापारियों को बुरी तरह प्रभावित किया था, क्योंकि वो छुहारे के व्यापार के लिए भारतीय बाजार पर निर्भर हैं।
अब छुहारे के व्यापार को लेकर भारत पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए पाकिस्तान सुक्कुर और खैरपुर से छुहारों के निर्यातकों के लगभग 10 सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल को श्रीलंका, बांग्लादेश और नेपाल का दौरा कराने की तैयारी कर रहा है। इसके अलावा पाकिस्तानी अधिकारी आने वाले समय में भारतीय बाजार पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए खास रणनीति बनाने की भी बात कह रहे हैं।
आपको बता दें कि साल 1996 में भारत ने पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा दिया था। यह दर्जा जिस भी देश को दिया जाता है, उस देश को व्यापार में अधिक प्राथमिकता दी जाती है। MFN का दर्जा मिल जाने के आयात और निर्यात में छूट मिलती है और यह दर्जा प्राप्त देश कम आयात शुल्क पर व्यापार करता है।