नई दिल्ली: पाकिस्तान के आर्थिक हालात और खराब और इमरान खान की चिंता और बढ़ गई है। दरअसल अंतरराष्ट्रीय कोर्ट ने पाकिस्तान पर 580 करोड़ रुपए का बड़ा जुर्माना लगाया है। जिससे उसपर और आर्थिक दबाव आ गया है। पहले ही वह अपने खर्चों के लिए आईएमएफ और विश्व बैंक से सहायता मांगता रहता है ऐसे में पाकिस्तान की हालत और खराब हो सकती है। दरअसल अंतरराष्ट्रीय कोर्ट ने यह जुर्माना ऑस्ट्रेलियाई कंपनी का खनन पट्टा रद्द करने के लिए लगाया है। पाकिस्तान अब पैसे देने पर असमर्थता जता रहा है। पाकिस्तान ने कहा है कि जुर्माना का भुगतान करने से उसे कोरोना वायरस महामारी से निपटने में बाधा होगी।
दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में रेको दीक जिला सोने और तांबे सहित खनिज संपदा के लिए प्रसिद्ध है। प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार इसे एक रणनीतिक राष्ट्रीय संपत्ति मानती है। यहां पाकिस्तान द्वारा टेथ्यान कॉपर कॉर्प कंपनी को माइनिंग की इजाजत दी थी लेकिन इस पट्टे को बाद में रद्द कर दिया गया जिसके बाद टेथ्यान कॉपर कॉर्प कंपनी जो ऑस्ट्रेलिया की कंपनी बैरिक गोल्ड कॉर्प और चिली की कंपनी एन्टोफगस्टो पीएलसी बराबर-बराबर की पार्टनर हैं वह इस मामले को लेकर अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण के पास पहुंच गई जिसने मामले की जांच पड़ताल कर पाकिस्तान पर 580 करोड़ रुपए का जुर्माना लगा दिया। हालांकि पाकिस्तान ने जुर्मना नही वसूलने की अपील की है जिसपर अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण विचार कर रहा है। ऐसे में अगर पाकिस्तान की अपील रद्द कर दी गई तो उसे जुर्माना राशि देने ही होगी।
पाक सेना प्रमुख ने भारत को दी चेतावनी, बालाकोट प्रतिक्रिया की दिलाई याद
पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा ने भारत को खुली चेतावनी देते हुए दावा किया है कि उनका देश 'पांचवीं पीढ़ी या हाइब्रिड युद्ध' जीतने में सफल हो जाएगा। रावलपिंडी स्थित जनरल हेडक्वार्टर (जीएचक्यू) में रविवार को रक्षा दिवस और शहीद दिवस के उपलक्ष्य पर एक समारोह को संबोधित करते हुए बाजवा ने कहा कि पाकिस्तान को देश और उसके सशस्त्र बलों को बदनाम करने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, "हम उस चुनौती का सामना कर रहे हैं, जो हम पर पांचवीं पीढ़ी या हाइब्रिड युद्ध के रूप में लगाया गया (थोपा) है। इसका उद्देश्य देश और उसके सशस्त्र लड़ाकों को बदनाम करना और अराजकता फैलाना है।"
बाजवा ने कहा, "हम इस खतरे से अच्छी तरह परिचित हैं। हम निश्चित रूप से राष्ट्र के सहयोग से इस युद्ध को जीतने में सफल होंगे।" भारत का नाम लिए बिना खुली और स्पष्ट चेतावनी देते हुए बाजवा ने कहा कि अगर युद्ध थोपा गया तो पाकिस्तान हर आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब देगा। उन्होंने कहा, "मैं अपने देश और दुनिया को संदेश देना चाहता हूं कि पाकिस्तान एक शांतिप्रिय देश है, लेकिन अगर हम पर युद्ध थोपा जाता है, तो हम हर आक्रामकता का जवाब देंगे।" पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने कहा, "हम दुश्मन के नापाक इरादों को हराने के लिए हमेशा तैयार हैं।" भारत पर निशाना साधते हुए, बाजवा ने कहा कि 1965 में पाकिस्तान ने भारत को हराया था।
उन्होंने भारत द्वारा 2019 बालाकोट एयर स्ट्राइक (हवाई हमला) की पाकिस्तान की प्रतिक्रिया को भी याद दिलाया, जिसमें कहा गया कि देश की प्रतिक्रिया पर कोई संदेह नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा पाकिस्तान की ओर से बालाकोट एयर स्ट्राइक को विफल करने का दावा भी किया। बाजवा ने कहा, "हम पूरी दुनिया और विशेष रूप से अपने क्षेत्र में शांति चाहते हैं। अफगानिस्तान में शांति प्रयासों में पाकिस्तान की अहम भूमिका है, लेकिन हमारे पड़ोसी भारत ने हमेशा की तरह गैर जिम्मेदाराना रुख अपनाया है।" दोनों देशों के बीच कश्मीर के लंबे समय से चल रहे विवाद का उल्लेख करते हुए जनरल बाजवा ने कहा, "भारत ने अवैध रूप से कब्जे वाले जम्मू एवं कश्मीर के विशेष दर्जे को निरस्त करते हुए, एक बार फिर क्षेत्र में शांति के लिए खतरा पैदा कर दिया है।"