इस्लामाबाद: पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ समेत विपक्ष के 44 नेताओं पर देशद्रोह का केस दर्ज करवाना अब इमरान सरकार को भारी पड़ने लगा है। शरीफ की बेटी मरियम नवाज के नेतृत्व में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) ने आरोप लगाया है कि यह केस सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के इशारों पर दर्ज किया गया है। विपक्ष के भारी विरोध के साथ-साथ खुद अपनी ही कैबिनेट में बगावत को देखते हुए इमरान खान बुरी तरह परेशान हो गए हैं और पूरे मामले से अपना पल्ला झाड़ते हुए सफाई देते दिख रहे हैं।
‘मुझे नहीं पता, मैं तो बर्थडे केक काट रहा था’
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने विपक्ष के नेताओं पर देशद्रोह का केस लगाने के मामले से पूरी तरह पल्ला झाड़ने की कोशिश की है। इमरान खान ने कहा, 'कुछ लोगों का कहना है कि नवाज शरीफ के खिलाफ मेरे कहने पर केस दर्ज हुआ है। लेकिन मुझे तो इस पूरे मामले की जानकारी ही तब हुई जब मैं अपना बर्थडे केक काट रहा था। मेरा या मेरी पार्टी का इस पूरे् मामले से कोई लेना-देना नहीं है।' हालांकि नवाज शरीफ के खिलाफ जिस बदर राशिद नाम के शख्स ने केस दर्ज कराया है, वह पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी का सदस्य है। वहीं, दूसरी तरफ इमरान की पार्टी कह रही है कि इस शख्स से उसका कोई लेना-देना नहीं है।
विपक्षी पार्टियों ने इमरान के खिलाफ खोला मोर्चा
पाकिस्तान की विपक्षी पार्टियों को जैसे ही पता चला कि इमरान की पार्टी के सदस्य ने नवाज के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज कराया है, उन्होंने पाकिस्तानी पीएम पर हमला बोल दिया। इमरान खान इसी चौतरफा हमले को देखकर घबरा गए हैं और उनके साथ-साथ उनकी पार्टी भी बदर राशिद से किसी भी तरह का कनेक्शन होने से इनकार कर रही है। जिन नेताओं पर केस दर्ज हुआ है उनमें नवाज शरीफ, मरियम नवाज, पूर्व पीएम शाहिद खाकान अब्बासी, पीओके के प्रधानमंत्री राजा फारूख हैदर, पूर्व विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ, परवेज राशिद जैसे नाम शामिल हैं। कुल मिलाकर विपक्ष के 44 नेताओं के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज हुआ है।