नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद से ही पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में जम्मू-कश्मीर को लेकर बैठक हुई। इस बैठक में जहां चीन ने पाकिस्तान के समर्थन में बात रखी तो वहीं रूस ने कश्मीर मसले को भारत और पाकिस्तान के बीच का मुद्दा बताया। इस बैठक के शुरू होने से ठीक पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत की।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इमरान खान ने कश्मीर को लेकर डोनाल्ड ट्रंप से एक बार फिर से वहीं मनगढ़ंत पाकिस्तानी राग अलापा। इसके अलावा इमरान खान ने अफगानिस्तान की स्थिति को लेकर भी ट्रंप से चर्चा की।
बंद कमरे में हुई बैठक
भारत द्वारा जम्मू कश्मीर से विशेष दर्जा वापस लिये जाने के मुद्दे पर शुक्रवार को बंद कमरे में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक हुई। पाकिस्तान के करीबी सहयोगी चीन ने परिषद में ‘‘बंद कमरे में विचार-विमर्श’’ करने के लिए कहा था।
संयुक्त राष्ट्र के एक राजनयिक ने पीटीआई-भाषा को बताया था कि चीन ने सुरक्षा परिषद की कार्यसूची में शामिल ‘भारत पाकिस्तान प्रश्न’ पर बंद कमरे में विचार-विमर्श करने के लिए कहा था। राजनयिक ने कहा, ‘‘यह अनुरोध सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष को पाकिस्तान के पत्र के संदर्भ में था।’’
उल्लेखनीय है कि बंद कमरे में बैठकों का ब्यौरा सार्वजनिक नहीं होता और इसमें बयानों का शब्दश: रिकॉर्ड नहीं रखा जाता। विचार-विमर्श सुरक्षा परिषद के सदस्यों की अनौपचारिक बैठकें होती हैं।
संयुक्त राष्ट्र के रिकॉर्ड के मुताबिक, आखिरी बार सुरक्षा परिषद ने 1964-65 में ‘भारत-पाकिस्तान प्रश्न’ के एजेंडा के तहत जम्मू कश्मीर के क्षेत्र को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद पर चर्चा की थी। हाल में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि उनके देश ने, जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने के भारत के फैसले पर चर्चा के लिए सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाने की औपचारिक मांग की थी।