इस्लामाबाद: जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के खात्मे और राज्य के पुनर्गठन के भारत सरकार के फैसले ने पाकिस्तान की नींद उड़ा दी है। भारत के इस कदम के बाद पाकिस्तान ने कई उल-जलूल फैसले लिए हैं जिनमें भारतीय फिल्मों पर बैन लगाना और राजनयिक संबंधों को कमतर करना शामिल हैं। पाकिस्तान की बौखलाहट का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत पर पुलवामा आतंकी हमले के बाद की तरह ही ‘युद्ध के हालात’ तैयार करने का आरोप लगाया है।
‘दुनिया का ध्यान हटाने की कोशिश कर रहा है भारत’
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि जंग के हालात तैयार करके भारत कश्मीर मुद्दे से दुनिया का ध्यान हटाना चाहता है। पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकारों के एक समूह से गुरुवार को बात करते हुए खान ने दावा किया कि भारत पुलवामा की घटना के बाद जैसे हालात बनाने की कोशिश कर सकता है ताकि वह घाटी में हो रहे घटनाक्रम से दुनिया का ध्यान भटका सके। खान ने कहा, ‘खतरा वास्तविक है। हमें इस तरह की स्थिति पर जवाब देना होगा और हमने इसी तरह से दुनिया में देशों के बीच युद्ध शुरू होते हुए देखा है।’
‘ट्रंप की पेशकश के बाद भारत ने दिखाई जल्दबाजी’
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता की पेशकश से भारत ने कश्मीर के विशेष दर्जे पर तेजी से कदम उठाया। खान ने कहा कि युद्ध कोई विकल्प नहीं है लेकिन पाकिस्तान को दुनिया को यह बताने की जरूरत है कि कश्मीर में क्या चल रहा है। ‘युद्ध जैसी स्थिति’ वाली खान की टिप्पणी के संबंध में जब विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार से दिल्ली में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिए यह नई वास्तविकता देखने और भारतीय मामलों में हस्तक्षेप करना बंद करने का समय है।