इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि वे शनिवार को होने वाले अपनी सरकार के विश्वास मत में हारते हैं तो विपक्ष में बैठ जाएंगे। इमरान खान ने पाकिस्तान के नाम अपने संदेश में यह बात कही है। गुरुवार शाम 7 बजे इमरान खान ने पाकिस्तान को संबोधित किया और कहा कि परसों (6 मार्च) को वे पाकिस्तान की संसद में अपनी सरकार का विश्वासमत कराने जा रहे हैं और अगर उसमें हारते हैं तो विपक्ष में बैठ जाएंगे।
बुधवार को इमरान खान के वित्त मंत्री को पाकिस्तान की संसद में हार का सामना करना पड़ा है, इमरान खान के वित्त मंत्री को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने हराया है और अब इमरान खान को पाकिस्तान की संसद में विश्वास मत का सामना करना पड़ रहा है।
अपने वित्त मंत्री की हार के बाद पाकिस्तान के नाम अपने संबोधन में इमरान खान ने अपने ही देश के चुनाव आयोग पर भड़ास निकाली और पूछा कि इलेक्शन कमिशन ने अदालत में क्यों बताया कि खूफिया बैलेट होने चाहिए। इमरान खान ने अपने देश के चुनाव आयोग से पूछा कि उन्होंने संसद में वोटिंग के दौरान मतपत्रों की बारकोडिंग क्यों नहीं की। इमरान खान ने एक तरह से अपने देश के चुनाव आयोग पर धांधली का आरोप लगाया। अपने चुनाव आयोग से इमरान खान ने पूछा, "आपको यह नहीं अंदाजा कि कितना पैसा चला इस इलेक्शन में, किस तरह हमारी पॉलीटिक्स को करप्ट किया गया।"
अपने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए इमरान खान ने कहा, "इनका (विपक्ष) ये प्लान था, कि इन्होंने पूरा पैसा चलाना है, पूरी कोशिश करनी थी कि हमारे मेंबर को तोड़ें, और जब हमारे कैंडिटेड ने हारना था तो उसके बाद इन्होंने बोलना था कि इमरान खान की मजोरिटी नहीं बची है। उसका अगला कदम होता कि वोट ऑफ कॉन्फिडेंस ले आएं, यही उनका असली मकसद था।"