पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस से फोन पर बातचीत के दौरान कश्मीर का मुद्दा उठाया। संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने इस पर विस्तृत ब्यौरा दिए बिना यह जानकारी दी।
भारत के खान को कड़ा जवाब देते हुए पाकिस्तान को अपने काम से मतलब रखने और कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बताने पर संयुक्त राष्ट्र की राय पूछने पर दुजारिक ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, ‘‘कश्मीर पर हमारे रुख को दोहराया गया है। सुरक्षा परिषद के आदेश के अनुसार एक पर्यवेक्षक समूह है।’’ उनका इशारा ‘भारत और पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह’ (यूएनएमओजीआईपी) की ओर था।
दुजारिक ने बताया कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री महासचिव से बात करना चाहते थे। उन्होंने कहा, ‘‘यह सामान्य है कि महासचिव सरकारों और राष्ट्रों के प्रमुखों से बात करते हैं और जैसा कि मैंने कहा कि मैं इस बात की पुष्टि कर सकता हूं कि फोन पर बातचीत हुई है और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कश्मीर मुद्दा उठाया।’’
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री खान ने हाल ही में ट्वीट करते हुए कहा था, ‘‘कश्मीरियों को उनके भविष्य का फैसला करने की अनुमति दी जानी चाहिये।’’ उन्होंने यह भी कहा था कि पाकिस्तान, संयुक्त राष्ट्र में भारत के कथित मानवाधिकार के उल्लंघनों का मुद्दा भी उठाएगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, ‘‘उनकी ओर से आ रहा बयान उनके पाखंड और दोहरेपन को दिखाता है।’’