अंकारा: अमेरिका और तुर्की के बीच रिश्ते दिन-प्रतिदिन बद से बदतर होते जा रहे हैं। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोअन ने अमेरिका को चेतावनी भरे लहजे में कहा अपने पादरी को रिहा करने की मांग को लेकर वॉशिंगटन अपने 'रणनीतिक साझेदार' अंकारा को खोने की कगार पर है। एर्दोअन ने एक रैली के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यदि अमेरिका के पास डॉलर है तो हमारे पास अल्लाह है। उन्होंने कहा कि हम केवल अल्लाह के सामने झुकते हैं।
‘हम न्याय के अनुसार काम करेंगे’
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एर्दोअन ने उत्तरी प्रांत ओरदू में एक रैली के दौरान कहा, ‘हम केवल ईश्वर के सामने झुकते हैं। एक पादरी के लिए तुर्की को दंडित करने का प्रयास गलत है। मैं एक बार फिर अमेरिका से कह रहा हूं कि यह एक दयनीय स्थिति है कि आपने नाटो के अपने रणनीतिक साझेदार के स्थान पर पादरी को चुना है। हम न्याय के अनुसार ही काम करेंगे।’ बता दें कि तुर्की द्वारा एक अमेरिकी पादरी एंड्रयू ब्रनसन को हिरासत में रखने की घटना के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है।
पादरी पर तख्ता पलट की साजिश का आरोप
तुर्की के अधिकारियों ने ब्रनसन के लिए 20 साल जेल की सजा की मांग की है, जिन्हें दो साल पहले आतंकवादी समूह पीकेके कुर्दिश और निर्वासित इस्लामी धार्मिक नेता फतुल्लाह गुलेन से संबंध होने का दोषी ठहराया गया है। तुर्की ने गुलेन और उनके अनुयायियों पर 2016 में तख्ता पलट की साजिश रचने का आरोप लगाया था। पिछले सप्ताह अमेरिका के राजस्व विभाग ने ब्रनसन को जेल से रिहा नहीं किए जाने की प्रतिक्रिया में तुर्की के दो मंत्रियों पर प्रतिबंध लगा दिया था, जो ब्रनसन की गिरफ्तारी में शामिल थे।
ट्रंप ने की यह कड़ी कार्रवाई
इसके साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को तुर्की से आने वाले इस्पात और एल्यूमिनियम पर 50 फीसदी और 20 फीसदी आयात शुल्क लगाने की घोषणा की थी। इससे तुर्की की मुद्रा लीरा अपने अबतक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। एर्दोअन ने अपने समर्थकों से कहा, ‘अगर आपके पास अपने तकिए के नीचे डॉलर हैं, तो उन्हें बाहर निकालें। अगर आपके पास यूरो हैं, तो उन्हें भी बाहर निकालें। उन्हें तुरंत बैंकों में ले जाएं और लीरा में बदलवाएं। ऐसा करके हम अपनी स्वतंत्रता और भविष्य के लिए लड़ेंगे।’