इस्लामाबाद: पाकिस्तान तहरीके इंसाफ पार्टी के नेता और पूर्व क्रिकेटर इमरान खान ने कहा कि वे चाहते हैं कि भारत और पाकिस्तान के रिश्ते बेहतर हों इससे दोनों मुल्कों को फायदा होगा। पाकिस्तान आम चुनाव में जीत के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इमरान ने कहा कि पाकिस्तान और हिंदुस्तान के नेतृत्व को बैठकर बातचीत करनी होगी। अगर हिंदुस्तान की लीडरशिप तैयार हो तो हम बातचीत के लिए तैयार हैं। वहीं उन्होंने कश्मीर के मुद्दे का भी जिक्र किया और कहा कि वहां मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है।
जिन्ना के सपनों का मुल्क बनाना चाहता हूं
इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान की जनता ने उनमें जो भरोसा जताया है इसके लिए वे आभारी हैं और एक ऐसा मुल्क बनाना चाहते हैं जिसका सपना जिन्ना ने देखा था। उन्होंने कहा कि वे अपने शासन में सादगी की मिसाल पेश करेंगे। उन्होंने कहा, 'मैं प्राइम मिनिस्टर हाउस में नहीं रहूंगा, गवर्नर हाउस का इस्तेमाल भी अब पब्लिक के कामों के लिए होगा।'
कमजोर तबकों को ऊपर उठाने के लिए नीतियां बनाऊंगा
इमरान खान ने कहा कि मैंने पाकिस्तान के लिए 22 साल तक संघर्ष किया है। उन्होंने कहा अबतक इस देश को जिस तरह की शासन व्यवस्था चाहिए थी वह नहीं मिल पाई है। मैं एक ऐसी व्यवस्था दूंगा जिसमें गरीबों को उनका पूरा हक मिलेगा। कमजोर तबकों को ऊपर उठाने के लिए नीतियां बनाऊंगा। हम कानून का शासन स्थापित करेंगे, जो भी कानून के खिलाफ जाएगा उसपर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि मैं जवाबदेही खुद से शुरू करूंगा और कोई भी इससे नहीं बचेगा।
गवर्नेंस सिस्टम को सही करेंगे
इमरान खान ने भ्रष्टाचार का जिक्र करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार इस देश को पूरी तरह से बर्बाद कर रहा है। हम भ्रष्टाचार को खत्म करेंगे। उन्होंने चीन का उदाहरण देकर कहा कि चीन किस तरह से भ्रष्टाचार पर लगाम कसने में कामयाबी पाई। उन्होंने कहा कि हम संस्थाओं को मजबूत करेंगे और गवर्नेंस सिस्टम को सही करेंगे।
ऐसा लगा जैसे मैं कोई बॉलीवुड का विलेन हूं
पड़ोसी देशों के साथ संबंध बेहतर करने का जिक्र करते हुए इमरान खान ने सबसे पहले चीन का नाम लिया। इसके बाद अफगानिस्तान का नाम लिया। सबसे अंत में उन्होने भारत का नाम लिया और कहा कि हिंदुस्तान की मीडिया ने चुनाव के दौरान मुझे विलेन की तरह पेश किया। ऐसा लगा जैसे मैं कोई बॉलीवुड का विलेन हूं।