चीन में भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के चलते एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि यदि इसे नहीं रोका गया तो इसका अंजाम भी सोवियत संघ जैसा ही होगा। कम्युनिस्ट पार्टी के एक सदस्य यांग शिआओडू ने कहा कि यदि भ्रष्टाचार के खिलाफा चलाया गया यह अभियान विफल होता है तो यह देश के लिए बेहद ही घातक साबित होगा। उन्होंने यह बात चीन के अखबार पीपुल्स डेली में लिखे संपादकीय लेख में कही। (जिम्बाब्वे में स्थिति तनावपूर्ण, हरारे की सड़कों पर सेना तैनात)
शिआओडू को देश भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में शामिल देश का दूसरे नंबर का शीर्ष अधिकारी माना जाता है। शिआओडू ने अपने इस लेख में पिछली सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि पिछले शासन काल में भ्रष्टाचार इस हद तक बढ़ गया था कि पार्टी कमजोर पड़ गई थी। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने भ्रष्टाचार को बढ़ने दिया। भ्रष्टाचार के प्रति नरमी बरती गई और किसी ने भी कार्यवाही करने में इच्छा नहीं दिखाई। शिआओडू से पहले एंटी-करप्शन के नए प्रमुख झाओ लेजी ने भी चीन के अखबार में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक लेख लिखा था।
लेख में शिआओडू ने कहा, यदि चीन में भ्रष्टाचार को खत्म नहीं किया गया तो देश का स्वरूप बदल जाएगा और यह बर्बाद हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लगाई गई तो लोगों को सोवियत संघ जैसी तबाही देखनी पड़ेगी। भ्रष्टाचार के चलते देश उसी तरह से ढह जाएगा। उल्लेखनीय है कि पिछली सदी के आखिरी दशक में सोवियत संघ का विघटन हो गया था।