सियोल: दक्षिण कोरिया के एक अस्पताल में शुक्रवार को आग लगने से 41 लोगों की मौत हो गई और 131 लोग घायल हो गए। समाचार एजेंसी योनहैप के मुताबिक, राजधानी से 280 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित मिरयांग शहर के सेजोंग अस्पताल में हुई इस घटना में मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है क्योंकि 18 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। घटना के समय अस्पताल में 180 लोग मौजूद थे। सभी घायलों को नजदीक के दूसरे निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
समाचार एजेंसी योनहैप के मुताबिक, एक अधिकारी ने कहा कि दमकलकर्मियों को आग पर काबू पाने में लगभग एक घंटे 40 मिनट का समय लगा और आग को पूरी तरह बुझाने में आधा घंटा और लग गया। आग से अस्पताल का पहला तल पूरी तरह जल चुका है। दमकल प्रमुख चोई-मान-वू ने संवाददाताओं को बताया कि आग लगने के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है।
अस्पताल के प्रबंधक सोन कुंग-चुल ने कहा कि इमारत छोटी होने के कारण इसमें अग्निशमन यंत्र नहीं लगे थे। बीबीसी के मुताबिक, घटनास्थल की तस्वीरें दिखा रही हैं कि इमारत से घना धुआं उठ रहा है और मरीजों को बचाया जा रहा है। दक्षिण कोरिया में इस दशक में आग लगने की यह सबसे भयावह घटनाओं में से एक है। रिपोर्ट में कहा गया कि अस्पताल में भर्ती अधिकांश मरीज सेरीब्रोवैस्कुलर (मस्तिष्क व रक्तवाहिनी संबंधी बीमारी) या स्ट्रोक से ग्रसित थे। ज्यादातर मरीजों की मौत दम घुटने से हुई।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून-जे-इन ने आपात बैठक बुलाकर तुरंत राहत सामग्री पहुंचाने के लिए कहा। प्रधानमंत्री ली नाक-योन ने घटनास्थल का दौरा कर जांच के आदेश दिए हैं। इस दौरान ली ने माफी भी मांगी। उन्होंने कहा कि पिछले महीने जेचियांग शहर के एक स्पोर्ट्स सेंटर में आग लगने से 29 लोगों की मौत होने के बाद सरकार ने ऐसी आपदाओं को रोकने का वादा किया था। आंतरिक और सुरक्षा मंत्री ने कहा कि दुर्घटना के बाद बचाव कार्य कर रहे कर्मियों की मदद के लिए उन्होंने अधिकारियों के एक दल को रवाना कर दिया है।