सोल: भूकंप संबंधी जानकारी देने वाली निगरानी संस्थाओं ने उत्तर कोरिया के मुख्य परमाणु स्थल के निकट 6.3 तीव्रता का विस्फोट दर्ज किया है। ऐसा प्रतीत होता है कि उत्तर कोरिया ने छठा परमाणु परीक्षण किया है। इस बीच, जापान ने पुष्टि की है कि उत्तर कोरिया ने आज परमाणु परीक्षण किया और उसने इस संबंध में प्योंगयांग के पास औपचारिक विरोध दर्ज कराया है। जापान के विदेश मंत्री तारो कोनो ने संवाददाताओं से कहा, सरकार मौसम एजेंसी की सूचना और अन्य सूचनाओं के बाद इस बात की पुष्टि करती है कि उत्तर कोरिया ने परमाणु परीक्षण किया। उन्होंने बताया कि सरकार ने पुष्टि से पहले बीजिंग में उत्तर कोरियाई दूतावास में विरोध दर्ज करा दिया है और कहा है कि किसी भी परीक्षण को बिल्कुल क्षमा नहीं किया जाएगा। उत्तर कोरिया के एक और परमाणु परीक्षण करने संबंधी खबरों से हथियारों सबंधी उसकी महत्वकांक्षाओं को लेकर तनाव और बढ़ गया है। (उत्तर कोरिया ने किया हईड्रोजन बम का निरीक्षण, क्षेत्र में तनाव)
इससे कुछ ही घंटों पहले प्योंगयांग ने दावा किया था कि उसने एक ऐसा हाईड्रोजन बम विकसित किया है जिसे देश की नई अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल में लोड किया जा सकता है। परमाणु परीक्षण को लेकर जापान सरकार के पुष्टि करने से पहले जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कहा, यदि वह उार कोरिया परमाणु परीक्षण करता है, यह कतई स्वीकार्य नहीं होगा। हम इसका कड़ा विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि जापान की मौसम एजेंसी ने भूकंपीय तरंगों का पता लगाया है। आबे ने कहा, इस बात की आशंका है कि यह प्राकृतिक भूकंप नहीं है और उत्तर कोरिया ने परमाणु परीक्षण किया है। इससे पहले, दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने एक बयान में बताया कि उत्तर कोरिया के पुंग्ये री परीक्षण स्थल के निकट भूकंप के झाटके आने का पता चला।
अमेरिका जियोलॉजिकल सर्वे ने 6.3 तीव्रता का झाटका दर्ज किया। इसकी तीव्रता पहले परीक्षण के दौरान महसूस किए गए झाटके से अधिक थी।
यूएसजीएस भूभौतिकीविद् जाना पर्सले ने एएफपी से कहा, यह भूकंप के बजाए एक विस्फोट था। दक्षिण कोरिया की योनहाप संवाद समिति ने सरकारी मौसम एजेंसी के हवाले से बताया कि उत्तर कोरिया में आज आए कृत्रिम भूकंप की तीव्रता प्योंगयांग के पांचवें परीक्षण के कारण आए झाटके से 9.8 गुणा अधिक शक्तिशाली थी। कोरिया मेटीरियोलॉजिकल एडमिनिस्ट्रेशन के एक अधिकारी ने योनहाप को बताया कि यह पिछले साल सितंबर में किए गए परमाणु परीक्षण से ही 9.8 गुणा अधिक शक्तिशाली नहीं था, बल्कि यह सबसे शक्तिशाली था। परमाणु सशस्त्र प्योंगयांग अपने कट्टर दुश्मन अमेरिका तक परमाणु मिसाइल दागने में सक्षम होने के तरीकों को लंबे समय से तलाश रहा है। इस बात को लेकर प्रश्न बना हुआ है कि क्या उसने सफलतापूर्ण अपने हथियारों को छोटा रूप दे दिया है और क्या उसके पास कोई हाइड्रोजन बम है, लेकिन आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने कहा कि भूकंप से पहले नेता किम जोंग उन ने परमाणु हथियार संस्थान में इस प्रकार के उपकरण की जांच की थी।
केसीएनए ने किम के हवाले से कहा कि यह एक थर्मोन्यूक्लीयर हथियार था जिसमें बड़ा विस्फोट करने की क्षमता है। इसे हमने अपने प्रयासों एवं तकनीक से विकसित किया और हाइड्रोजन बम को पूरी तरह से देशज तकनीक से बनाया गया है। तस्वीर में काला सूट पहने किम धातु की एक वस्तु की जांच करते दिख रहे हैं जिसकी बनावट मटर के छिलके जैसी थी। उत्तर कोरिया ने जुलाई में भी एक आईसीबीएम-वासोंग 14 के दो सफल परीक्षण किए थे जिसने अमेरिका की मुख्यभूमि को काफी हद तक अपने दायरे में ले लिया था। उत्तर कोरिया तब से गुआम के अमेरिकी क्षेत्र में कई रॉकेट दागने की धमकी दे रहा है और उसने पिछले सप्ताह एक मिसाइल भी दागी थी जो जापान के उुपर से होकर प्रशांत महासागर में जाकर गिरी थी। उसने ऐसी मिसाइल दागने की बात पहली बार स्वीकार की है।