केन्या और तंजानिया में अमेरिकी दूतावासों पर वर्ष 1998 में हुए भीषण आतंकी हमले के मुख्य आरोपी को आखिरकार अमेरिका ने मार गिराया। जानकारी के मुताबिक अमेरिका की ओर से इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के जवानों ने ईरान की राजधानी तेहरान में छिपे अलकायदा के आतंकी को अबू मोहम्मद अल मस्त्री को मार गिराया। अबू मोहम्मसद अलकायदा का नंबर दो सरगना था और उसे 1998 में केन्या और तंजानिया में अमेरिकी दूतावासों पर आतंकी हमलों का मास्टररमाइंड माना जाता था। इस भीषण हमले में 224 लोग मारे गए थे और कई घायल हो गए थे।
न्यूायॉर्क टाइम्सा की रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी अबू मोहम्मरद को उसकी बेटी के साथ 7 अगस्ता को तेहरान की सड़कों पर गोली मार दिया गया। ये माना जा रहा है कि इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के सीक्रेट दस्तेय ने अमेरिका के इशारे पर इस घटना को अंजाम दिया है। आपको बता दें कि 1998 में केन्याा और तंजानिया में अमेरिकी दूतावास पर हुए भीषण हमले में 224 लोग मारे गए थे और हजारों लोग घायल हो गए थे।
अबू मोहम्मोद पर अमेरिका की जांच एजेंसी एफबीआई ने एक करोड़ डॉलर के इनाम का ऐलान किया था। अगस्त में इस हत्यानकांड को अंजाम देने के बाद से अब तक न तो अमेरिका, न ईरान और न ही इजरायल ने इसे सार्वजनिक रूप से स्वी कार किया है। लेकिन सूत्रों के मुताबिक अमेरिका इतने सालों से ईरान में रह रहे आतंकी की हर गतिविधियों पर नजर रखे हुए था।
बताया जाता है कि अलकायदा का यह आतंक 7 अगस्त। को अपनी कार से रात को 9 बजे जा रहा था। इस दौरान दो बंदूकधारियों ने कार रुकवाई और अबू मोहम्मजद और उसकी बेटी मरियम को गोली मार दी। मरियम की शादी ओसामा बिन लादेन के बेटे हमजा बिन लादेन से हुई थी। हमजा बिन लादेन पहले ही मारा जा चुका है। अभी तक इस हमले की किसी भी देश ने जिम्मे दारी नहीं ली है। अलकायदा ने भी अभी अबू मोहम्मलद की मौत का ऐलान नहीं किया है।