सना: यमन के हूती विद्रोहियों ने सऊदी अरब पर अपने सभी हमले रोकने की घोषणा की है। दोनों देशों में जारी विनाशकारी संघर्ष को समाप्त करने के लिए शुरू की गई शांति पहल के तहत यह कदम उठाया गया हे। हूती के शीर्ष राजनीतिक परिषद के प्रमुख मेहदी-अल-मश्त ने शुक्रवार रात अपने बयान में सऊदी अरब पर सारे हमले रोकने की घोषणा की। विद्रोहियों के टीवी चैनल ‘अल-मसरिहा’ के अनुसार उसने उम्मीद भी जताई कि इस कदम का जवाब सऊदी अरब भी सकारात्मक रूप से देगा।
अमेरिका ने ईरान को ठहराया था जिम्मेदार
मश्त ने कहा कि हूती की शांति पहल का उद्देश्य ‘व्यापक स्तर पर राष्ट्रीय सुलह करने के लिए गंभीर वार्ताओं के माध्यम से शांति लाना है, जो किसी को बाहर नहीं निकालता।’ सऊदी के तेल संयंत्रों पर पिछले सप्ताह किए हवाई हमलों के बाद यह घोषणा की गई है। हूती ने ही उन हमलों की जिम्मेदारी ली थी। आपको बता दें कि अमेरिका ने इन हमलों के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि ईरान ने ऑइल प्लांट्स पर हमला करने की बात से साफ इनकार किया था।
आधा रह गया था अरामको का उत्पादन
सऊदी में तेल की दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी के 2 संयंत्रों पर बीते शनिवार को ड्रोन से हमला किया गया था। इस हमले के बाद सऊदी अरब का तेल उत्पादन घटकर आधा रह गया था। आपको बता दें कि सऊदी अरब दुनिया में कच्चे तेल का सबसे बड़ा निर्यातक है। आपको बता दें कि हाल के महीनों में हूती विद्रोहियों ने सीमा पार सऊदी अरब के अड्डों और अन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाते हुए मिसाइल और ड्रोन हमले तेज कर दिए थे। इन हमलों को विद्रोही अपने कब्जे वाले इलाकों में सऊदी अरब के नेतृत्व में लंबे समय से की जा रही बमबारी का बदला बताते हैं।