हांगकांग: पिछले कई महीनों से अशांत चल रहे हांगकांग में हुए चुनावों के नतीजों ने चीन को बड़ा झटका दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वहा चीन समर्थक पार्टियों की करारी हार हुई है, और लोकतंत्र समर्थक गुट ने रिकॉर्ड जीत दर्ज की है। लोकतंत्र समर्थक गुट ने 18 में से 17 डिस्ट्रिक्ट काउंसिलों पर कब्जा जमा लिया है। आपको बता दें कि चुनावों से पहले ये सभी डिस्ट्रिक्ट काउंसिल प्रो-इस्टेब्लिशमेंट ग्रुप के कंट्रोल में थे। चुनावी नतीजों के बाद सरकार समर्थक नेता कैरी लैम ने कहा कि सरकार लोगों की आवाज ‘विनम्रता से सुनेगी’।
लोकतंत्र समर्थकों की रिकॉर्ड जीत
आपको बता दें कि हांगकांग के 18 डिस्ट्रिक्ट काउंसिल की 452 सीटों पर वोटिंग हुई थी, जिनमें से 344 सीटों पर लोकतंत्र समर्थकों ने जीत दर्ज की है। वहीं, सत्ता समर्थक गुट को सिर्फ 58 सीटों से संतोष करना पड़ा है। इसके अलावा 41 सीटें निर्दलियों के खाते में गई है और 9 सीटों के नतीजे अभी तक नहीं आए हैं। हांगकांग के जिला परिषद चुनावों के इन स्तब्ध कर देने वाले और सरकार की शर्मिंदगी का कारण बने नतीजों के बाद शहर में हो रहे प्रदर्शनों पर चीन का रुख देखने लायक होगा।
और भड़क गए चीन के विदेश मंत्री
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने शुरुआती रुझानों में लोकतंत्र समर्थक दलों को भारी जीत की तरफ बढ़ते देख भड़क गए थे और आखिरी नतीजे आने तक इंतजार करने को कहा था। उन्होंने कहा, ‘अभी तक यह अंतिम परिणाम नहीं है। अंतिम नतीजों के लिए इंतजार कीजिए, ठीक है? हालांकि यह स्पष्ट है कि हांगकांग चीन और उसके विशेष प्रशासनिक क्षेत्र का हिस्सा है और क्या हो रहा है, यह मायने नहीं रखता। हांगकांग से छेड़छाड़ करने और उसकी समृद्धि एवं स्थिरता को नुकसान पहुंचाने की कोई भी कोशिश सफल नहीं होगी।’