हांगकांग: लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों के धरने की वजह से हांगकांग हवाईअड्डे पर दूसरे दिन भी अफरातफरी रही और मंगलवार को सैकड़ों उड़ानें या तो रद्द कर दी गईं, या निलंबित कर दी गईं। इस बीच, पुलिस ने मंगलवार रात शहर के हवाईअड्डे के बाहर प्रदर्शनकारियों पर ‘‘मिर्च स्प्रे’’ का इस्तेमाल किया। हांगकांग के नेतृत्व ने शहर में ऐसी स्थिति बनी रहने पर भयावह परिणाम होने के प्रति आगाह किया है। यह नये तरह का प्रदर्शन ऐसे समय हुआ है, जब चीन ने प्रदर्शनकारियों का गुस्सा भड़काने वाला संकेत देते हुए कहा कि काफी समय से जारी अशांति का हर हाल में खात्मा होना चाहिए। वहीं, सरकार संचालित मीडिया ने समूची सीमा पर एकत्र होते सुरक्षाबलों के वीडियो प्रदर्शित किए। दरअसल, किसी व्यक्ति को चीन को प्रत्यर्पित किये जाने संबंधी विधेयक को लेकर भड़के गुस्से के बाद हांगकांग के लाखों लोग सड़कों पर हैं। ब्रिटेन ने 1997 में हांगकांग को चीन को सौंपा था।
अब इतने वर्ष बाद चीन शासन के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। दुनिया के सबसे व्यस्त हवाईअड्डों में से एक हांगकांग हवाईअड्डे पर दो दिन से जारी प्रदर्शनों ने मुश्किल स्थिति खड़ी कर दी है। मौके पर मौजूद एएफपी के एक संवाददाता ने बताया कि मंगलवार रात दंगा रोधी पुलिस का एक छोटा सा समूह एक एंबुलेंस में ले जाये जा रहे एक व्यक्ति की सुरक्षा में तैनात था, तभी करीब दो दर्जन अधिकारियों ने पाया कि उनके पुलिस वाहन को सैकड़ों पदर्शनकारियों ने रोक दिया है। उनका वाहन एक एंबुलेंस को सुरक्षा प्रदान कर रहा था। इसके बाद, पुलिस अधिकारियों को रास्ता खाली कराने के लिए अपने वाहन से उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा।
उन्होंने प्रदर्शनकारियों पर मिर्च स्प्रे का इस्तेमाल किया और कम से कम दो लोगों को हिरासत में लिया। इससे पहले, दोपहर बाद काली टी शर्ट पहने हजारों प्रदर्शनकारियों ने यात्रियों को हवाईअड्डा परिसर में प्रवेश से रोकने के लिए जगह-जगह अवरोधक लगा दिए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और यात्रियों के बीच हाथापाई भी हुई। पुलिस ने कहा कि सोमवार को लगभग पांच हजार लोगों की भीड़ परिसर में घुस गई जो कह रहे थे कि उन्होंने ऐसा सप्ताहांत की रैलियों पर पुलिस की हिंसक कार्रवाई के जवाब में किया है। हवाईअड्डा अधिकारियों ने सोमवार को इस कारण सभी उड़ानों को रद्द कर दिया था।
मंगलवार की सुबह हांगकांग की मुख्य कार्यकारी कैरी लाम ने एक संवाददाता सम्मेलन किया। इसमें वह भावुक हो गईं और आगाह किया कि यदि बढ़ती हिंसा पर रोक नहीं लगती तो इसके भयंकर परिणाम होंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हिंसा क्या हांगकांग को ऐसे रास्ते पर ले जाएगी जहां से लौटने का कोई मार्ग नहीं बचेगा।’’ लाम को पत्रकारों की ओर से तीखे सवालों का सामना करना पड़ा और एक क्षण ऐसा आया जब उनकी आंखों से आंसू निकलते प्रतीत हुए। उन्होंने शांति की अपील की। स्थिति के मद्देनजर सोमवार को चीन में अधिकारियों ने हिंसक प्रदर्शनकारियों की निन्दा की और कहा कि उन्होंने पुलिसकर्मियों पर पेट्रोल बम फेंके। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों की तुलना ‘‘आतंकवादियों’’ से की।
इस बीच, सरकार संचालित मीडिया ने ऐसे वीडियो प्रदर्शित किए, जिनमें चीनी सेना और उसके बख्तरबंद वाहन हांगकांग की सीमा से लगे शेंझेन शहर में एकत्र होते दिख रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस के बल प्रयोग पर मंगलवार को चिंता जताई और निष्पक्ष जांच की मांग की। वहीं, अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सभी पक्षों से हिंसा से बचने को कहा। उधर, भारत ने हांगकांग जाने वाले अपने नागरिकों के लिए यात्रा परामर्श जारी किया है। हांगकांग में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कहा, ‘‘ हांगकांग अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर 12 अगस्त को हुए विरोध प्रदर्शन की वजह से सेवांए बुरी तरह से प्रभावित हैं। ’’