इस्लामाबाद: पूरे विश्व में एड्स की वजह से हर साल हजारों लोगों की जान जाती है, इसीलिए तमाम सरकारें इस जानलेवा बीमारी को बढ़ने से रोकने के लिए कई कार्यक्रम चला रही हैं। कई देशों को इसमें सफलता भी मिली है, हालांकि पाकिस्तान में मामला बिल्कुल अलग है। सिन्हुआ के मुताबिक, पाकिस्तान में HIV/AIDS के संक्रमण से जुड़े मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम (NACP) के आंकड़े बताते हैं कि पाकिस्तान में अनुमानत: 133,000 लोगों को HIV परीक्षण में पॉजिटिव पाया गया है। साथ ही 2017 में इसके 21,129 नए मामले सामने आए हैं, जबकि करीब 9,000 मरीजों की इस साल HIV से मौत हुई है।
‘इंटीग्रेटेड बॉयोलॉजिकल एंड बिहैवेरियल सर्विलांस इन पाकिस्तान’ 2016-17 शीर्षक से रिपोर्ट में कहा गया कि वैश्विक तौर पर HIV के नए मामलों की संख्या में गिरावट आई है, ऐसे में पाकिस्तान उन चंद देशों में बना हुआ है जहां संख्या बढ़ी है। NACP के राष्ट्रीय कार्यक्रम प्रबंधक बसीर खान अचकाजई ने कहा कि बहुत सारे प्रयासों के बावजूद बीते कुछ सालों में HIV संक्रमण की दर विशेष रूप से बढ़ी है। उन्होंने कहा, ‘हालांकि, हम लोगों में कारणों, लक्षणों व बीमारी की रोकथाम के बारे में जागरूकता बढ़ाकर एड्स पर नियंत्रण कर सकते हैं। एड्स से भयभीत होने की बजाय डॉक्टर के पास जाना व इलाज कराना महत्वपूर्ण है।’
स्वास्थ्य मंत्रालय ने 1987 में इस समस्या पर प्रभावी नियंत्रण के लिए NACP की शुरुआत की थी। यह NACP संगठन देश भर में HIV के परीक्षण, काउंसिलिंग, निगरानी व इलाज, देखभाल व सहयोग सेवाएं व आंकड़े जुटाने का कार्य रहा है। पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस अस्पताल (PIMS) के HIV/AIDS विभाग के प्रमुख रिजवान काजी ने सिन्हुआ से कहा अस्पताल के इलाज व रोकथाम केंद्र ने 2005 से 2017 तक HIV पॉजिटिव व एड्स के कुल 2,834 मरीजों का पंजीकरण किया है।