संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक आतंकवादी संगठन अलकायदा के अधिकतर कट्टर आतंकवादी अफगानिस्तान और पाकिस्तान के सीमाई क्षेत्र में रह रहे हैं, इनमें संगठन का पूर्व सरगना आयमन अल जवाहिरी भी शामिल है। माना जाता है कि जवाहिरी जिंदा है और बेहद कमजोर है। यह रिपोर्ट शुक्रवार को जारी की गयी। इसमें कहा गया है कि तालिबान से जुड़े अलकायदा के आतंकवादी और अन्य विदेशी चरमपंथी अफगानिस्तान के विभिन्न हिस्सों में रह रहे है।
अलकायदा आतंकवादी आयमन मोहम्मद रबी अल-जवाहिरी के बारे में माना जा रहा कि वह अफगानिस्तान और पाकिस्तान के सीमाई क्षेत्र में कहीं छिपा है। पूर्व में खराब स्वास्थ्य के कारण उसकी मौत की खबरें आयी थीं लेकिन उसकी पुष्टि नहीं हो पायी। रिपोर्ट के मुताबिक जवाहिरी जिंदा है लेकिन इतना कमजोर हो गया है कि उसके बारे में नहीं बताया जाता है। रिपोर्ट में देश का नाम नहीं बताया गया है। अलकायदा के नेतृत्व में मूल रूप से गैर अफगान लोग हैं और इसमें उत्तरी अफ्रीका और पश्चिम एशियाई देशों के नागरिक हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘सदस्य देशों का आकलन है कि अलकायदा और तालिबान के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच वर्तमान में औपचारिक वार्ता नहीं हो रही। वहीं, एक सदस्य देश ने कहा है कि शांति प्रक्रिया को लेकर तालिबान और अलकायदा के बीच लगातार संवाद हो रहा है।’’
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा तालिबान की सरपरस्ती में अफगानिस्तान के कंधार, हेलमंद और निमरूज प्रांतों में सक्रिय है। इस समूह में अफगान और पाकिस्तानी नागरिकों के अलावा बांग्लादेश, भारत और म्यांमा के भी आतंकी है। भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा का वर्तमान नेता ओसामा महमूद है और उसने असीम उमर की जगह ली है।