सिंगापुर: सिंगापुर में गुरुवार को देश की पहली महिला राष्ट्रपति हलीमा याकूब ने शपथ ली। हालांकि बिना मतदान के उनके पद संभालने को लेकर काफी आलोचना हो रही है। अधिकारियों ने अन्य प्रतिद्वंद्वियों को जरूरी मापदंडों पर खरा नहीं पाते हुए संसद की पूर्व स्पीकर हलीमा याकूब को वॉकओवर देने का फैसला किया। वह अल्पसंख्यक मलय मुस्लिम समुदाय से आती हैं।
हालांकि सिंगापुर में राष्ट्रपति का पद व्यापक संदर्भों में रस्मी होता है लेकिन प्रमुख सरकारी नियुक्तियों और देश के वित्तीय भंडार को लेकर उसके पास वीटो का अधिकार होता है। राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले भाषण में 63 वर्षीय हलीमा ने नस्लभेद संबंधी तनाव का जिक्र किया और नस्ल, भाषा एवं धर्म से परे सिंगापुर के सभी लोगों के राष्ट्रपति होने का संकल्प जाहिर किया।
हलीमा लगभग 2 दशक तक सत्तारूढ़ पीपुल्स ऐक्शन पार्टी से सांसद रही थीं। राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने इस पद से त्यागपत्र दे दिया था।