तेहरान: ईरान ने शुक्रवार को अमेरिका के इन आरोपों को खारिज किया कि ओमान की खाड़ी में गुरुवार को 2 तेल टैंकरों पर हुए हमलों के पीछे तेहरान का हाथ है। इसने अमेरिका के आरोपों को ‘बेबुनियाद’ करार देते हुए उसने कहा कि वॉशिंगटन ‘लोकतंत्र का गला घोंटने’ की कोशिश कर रहा है। ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने अपने एक ट्वीट में कहा, ‘अमेरिका ने बिना किसी तथ्यात्मक या परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के ईरान पर आरोप लगाने में जल्दबाजी की।’ ईरान ने कहा कि उसके लोग टैंकर में फंसे लोगों को बचाने के लिए पहुंचे थे।
इसी ट्वीट में जरीफ ने लिखा, ‘यह दर्शाता है कि ‘बी टीम’ लोकतंत्र का गला घोंटने के लिए अब ‘प्लान बी’ की ओर बढ़ रही है।’ जरीफ अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन, इस्राइल के प्रधानमंत्री, सऊदी अरबिया और संयुक्त अरब अमीरात को ‘बी टीम’ कहकर संबोधित करते हैं, जो तेहरान के खिलाफ कड़ा रुख अपना रहे हैं। गौरतलब है कि अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने विदेश मंत्रालय के फॉगी बॉटम मुख्यालय में कहा था, ‘यह अमेरिका सरकार का आकलन है कि ओमान की खाड़ी में आज हुए हमलों के लिए ईरान जिम्मेदार है।’
उन्होंने कहा था कि उनका आकलन खुफिया जानकारी, इस्तेमाल किए गए हथियारों, अभियान को अंजाम देने के लिए आवश्यक विशेषज्ञता के स्तर, पोतों पर ईरान के इसी प्रकार के हालिया हमलों और इस तथ्य पर आधारित है कि इलाके में मौजूद किसी अन्य छद्म समूह के पास इस स्तर का हमला करने के लिए संसाधन और दक्षता नहीं है। पोम्पिओ ने कहा था कि ईरान को कूटनीति का जवाब आतंकवाद, रक्तपात, बल प्रयोग से नहीं, बल्कि कूटनीति से देना चाहिए। दूसरी ओर, ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मोस्वी ने इस बात पर जोर दिया कि वे संकटग्रस्त नौकाओं की ‘मदद’ करने और चालक दल के सदस्यों को ‘बचाने’ के लिए वहां पहुंचे थे।