बीजिंग: चीन ने मंगलवार को विवादित गिलगित-बाल्टिस्तान को अपना पांचवां राज्य घोषित करने के पाकिस्तान के फैसले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। चीन ने कहा कि गिलगित-बाल्टिस्तान, भारत और पाकिस्तान के बीच का मुद्दा है। भारत का दावा है कि यह क्षेत्र पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू एवं कश्मीर का हिस्सा है। चीन ने यह भी कहा कि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) इस मुद्दे पर बीजिंग की निष्पक्षता को प्रभावित नहीं करेगा। सीपीईसी विवादित कश्मीर से गुजर रहा है, जिस पर भारत दावा करता है। (फ्लोरिडा में तूफान अलबटरे ने दी दस्तक, 45 मील प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं तेज हवाएं )
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, "हमने प्रासंगिक रपटों पर गौर किया है। पहली बात कश्मीर मुद्दा भारत और पाकिस्तान के बीच एक ऐतिहासिक मुद्दा है और इसलिए इसे दोनों के बीच संवाद और मशविरा से हल किया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा, "दूसरी बात हमने कई बार जोर दिया है कि सीपीईसी आर्थिक सहयोग की पहल है। यह सहयोग की कार्ययोजना है, जो आर्थिक विकास और लोगों की आजीविका बढ़ाने के उद्देश्य से कार्य करता है।"
हुआ ने कहा, "इसलिए यह पहल कश्मीर मुद्दे पर हमारी स्थिति को प्रभावित नहीं करता है।" बीते सप्ताह पाकिस्तान ने गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र को आधिकारिक रूप से अपने पांचवें प्रांत के रूप में घोषित करने का आदेश पारित किया। इस कदम के बाद भारत ने पाकिस्तान के उप उच्चायुक्त सैयद हैदर शाह को बुलाया और कड़ा विरोध दर्ज कराया।