इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर स्थिति के बारे में भारत के थल सेना प्रमुख बिपिन रावत की टिप्पणी को नागरिकता संशोधन कानून के कारण आंतरिक तनाव को दूर करने के लिए ‘ध्यान भटकाने’ का प्रयास बताया है।
रावत ने बुधवार को कहा कि नियंत्रण रेखा पर हालात किसी भी समय खराब हो सकते हैं और सेना किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। उनका बयान ऐसे समय में आया, जब अगस्त में अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को खत्म करने के बाद से पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है।
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने जनरल रावत के बयान को आतंरिक मुद्दों से विश्व का ध्यान हटाने का प्रयास बताया। गफूर ने कहा कि भारतीय सीओएएस का नियंत्रण रेखा पर स्थिति बिगड़ने से जुड़ा भड़काऊ बयान नागरिकता कानून के खिलाफ भारत में चौतरफा प्रदर्शनों से दुनिया का ध्यान हटाने का प्रयास है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सैन्य बल भारत के किसी भी ‘दुस्साहस या हमले’ का करारा जवाब देंगे। पाकिस्तानी सेना ने कहा कि दो दिन पहले भारत ने एलओसी पर गोलीबारी की और दो नागरिकों को घायल कर दिया।