जेरूसलम: गाजा पट्टी में विरोध प्रदर्शन के दौरान इस्राइली सुरक्षा बलों द्वारा की गई गोलीबारी में एक फिलिस्तीनी पत्रकार समेत 10 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है। फिलिस्तीनी अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा 1,000 से ज्यादा लोग गोली लगने से घायल हुए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना शुक्रवार को उस समय हुई, जब इस्राइली सेना ने इस्राइल की सीमा के पास प्रदर्शनकारियों पर अंधाधुंध गोलियां चला दी। मृत लोगों में वह फिलिस्तीनी पत्रकार भी शामिल है, जिसे इस्राइली सेना ने इस घटना को कवर करने के दौरान गोली मार दी थी।
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल केद्रा ने इस बात की पुष्टि की है कि संघर्ष में 10 लोग मारे गए। गोला-बारूद और विस्फोटकों में घायल हुए 491 लोगों सहित कुल 1,354 लोग घायल हुए हैं। वहीं, मृत पत्रकार के बारे में बात करते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि गाजा आधारित ऐन मीडिया एजेंसी के फोटोग्राफर यासिर मुर्तजा को शुक्रवार को गोलियां लगी थी। इस्राइली सेना ने इसपर कोई टिप्पणी करने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि वह घटना की समीक्षा कर रही है।
इस्राइल-गाजा सीमा पर शुक्रवार को करीब 20,000 फिलिस्तीनियों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसे 'फ्राइडे ऑफ टायर्स' नाम दिया गया। इस बीच संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने गाजा में 30 मार्च को विरोध प्रदर्शन के दौरान इस्राइली सैनिकों द्वारा कथित तौर पर अत्यधिक बल प्रयोग करने की निंदा की, जहां कम से कम 16 लोग मारे गए थे और 1,000 से अधिक घायल हुए थे। हालांकि, शुक्रवार को हुआ विरोध प्रदर्शन पिछले सप्ताह के मुकाबले उतना व्यापक नहीं था, जिसमें करीब 30,000 लोगों के शामिल होने का अनुमान लगाया गया था।