नई दिल्ली. गुरुवार को G20 के वर्तमान अध्यक्ष सऊदी अरब द्वारा विदेश मंत्रियों की एक वर्चुअल बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक की अध्यक्षता सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान अल-सऊद ने की। बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री एस जयशंकर ने किया। यह आभासी बैठक COVID-19 महामारी संकट की पृष्ठभूमि में बुलाई गई थी।
बैठक में G20 देशों के विदेश मंत्रियों के बीच में COVID-19 संकट के मद्देनजर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने पर केंद्रित चर्चा हुई। बैठक में विदेश मंत्रियों ने COVID-19 महामारियों के जवाब में सीमा पार प्रबंधन उपायों से सीखे गए राष्ट्रीय अनुभवों और पाठों का भी आदान-प्रदान किया।
अपनी टिप्पणी में, भारतीय विदेशमंत्री एस जयशंकर ने EAM ने इस COVID-19 महामारी से निपटने के लिए G20 देशों को एक साथ लाने के लिए अपने सक्रिय दृष्टिकोण के लिए सऊदी अरब की सराहना की। जयशंकर ने कोरोना महामारी के मद्देनजर भारत द्वारा उठाए गए कदमों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने जी 20 के विदेश मंत्रियों को वंदे भारत मिशन सहित भारत द्वारा उठाए गए कदमों और यहां फंसे विदेशी नागरिकों के कल्याण और संरक्षण के लिए उठाए गए कदमों के बारे में अवगत कराया। विदेश मंत्री ने दुनिया भर की सरकारों से आह्वान किया कि वे यह सुनिश्चित करें कि विदेशी छात्रों के हितों की रक्षा की जा सके और फंसे हुए नाविकों को उनके घर देश वापस भेजा जा सके।