नई दिल्ली: हाल ही में उत्तर कोरिया के तानाशाह शासक किम जोंग उन ने ऐलान किया था कि वह अब मिसाइल टेस्ट नहीं करेगा। ऐसा माना जा रहा था कि अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दोस्ती के खातिर किम जोंग उन ने यह फैसला लिया है, लेकिन इसके पीछे का कारण कुछ और ही है। चीन के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि किम ने मिसाइल टेस्ट ना करने का फैसला इसलिए लिया क्योंकि इससे पहले किए गए छठे परमाणु परीक्षण के दौरान उत्तर कोरिया की परमाणु परीक्षण साइट धमाके के कारण ढह गई थी। एक अंग्रेजी पत्रिका में छपी खबर के अनुसार, चीन के वैज्ञानिकों ने पता लगाया कि छठे परमाणु परीक्षण के दौरान उत्तर कोरिया की परमाणु परीक्षण साइट ढह गई थी। (भारत के लिए खतरा, पाकिस्तान तीसरी सबसे बड़ी एटमी ताकत बनने की कगार पर )
इस हादसे में की लोगों की जान चली गई थी। इस हादसे के बाद जापान ने कहा था कि यह परीक्षण हिरोशिमा पर गिराए गए परमाणु बम से 8 गुना शक्तिशाली था। सैटलाइट से वी गई तस्वीरों से भी यह नजर आ था कि छठे परीक्षण से पहले और उसके बाद इलाके की भौगोलिक स्थिति में बदलाव हुआ है। गौरतलब है कि तानाशाह किम जोंग उन ने समय-समय पर परमाणु परीक्षण किए है जिसके लिए पूरी दुनिया में एक डर का माहौल पैदा हो गया था। अमेरिका समेत कीं देशों ने उन्हें परमाणु परीक्षण रोकने के लिए कहा है। किम द्वारा लिए परमाणु परीक्षण पर रोक के फैसले को डोनाल्ड ट्रंप ने सराहा। ट्रंप ने ट्वीट कर लिखा कि 'उत्तर कोरिया परमाणु टेस्ट कार्यक्रम रोकने पर राजी हो गया है। यह उत्तर कोरिया और दुनिया के लिए बहुत ही अच्छी खबर है।'
ट्रंप ने कहा, ‘‘वह (किम जोंग उन) काफी खुले हुए हैं और हम जो देख रहे हैं, उससे लगता है कि वे एक बेहद सम्मानित इंसान हैं। इन सालों में उत्तर कोरिया ने काफी वादे किए लेकिन वे कभी भी इस स्थिति में नहीं थे।’’इससे पहले ट्रम्प ने पिछले साल किम को ‘‘लिटिल रॉकेट मैन’ कहा था और उकसाए जाने पर उत्तर कोरिया को ‘‘बर्बाद’’ करने की धमकी दी। वहीं किम ने ट्रंप को ‘‘मानसिक रूप से विक्षिप्त इंसान’’ बताया था।