काठमांडू। नेपाल के विभिन्न हिस्सों में मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन में 18 महिलाओं समेत कम से कम 43 लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। हिमालयन टाइम्स की रविवार को आई खबर के मुताबिक, बारिश से संबंधित घटनाओं में 24 लोग लापता हो गए। बारिश के कारण लोग विस्थापित हो गए और यातायात भी बाधित हुआ। बाढ़ की वजह सेे भारत केे बिहार और यूपी से सटे इलाकों में भी खतर पैदा हो गया हैं। यहां नेपाल से आने वाली नदियां पहले ही उफान पर हैं।
देशभर में दक्षिणी मैदानी हिस्से के साथ-साथ पर्वतीय क्षेत्रों के 25 से ज्यादा जिलों में बृहस्पतिवार से भारी बारिश हो रही है जिससे 10,385 परिवार प्रभावित हुए। पुलिस ने देशभर के कई स्थानों से 1,104 लोगों को बचाया। अकेले काठमांडू से 185 लोगों को बचाया गया।
नेपाल पुलिस के अनुसार, खोज एवं बचाव अभियान के लिए देशभर में कुल 27,380 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। खबर के अनुसार, बाढ़ पूर्वानुमान सेक्शन (एफएफएस) ने बताया कि मानसून सक्रिय है और देशभर में ज्यादातर स्थानों पर दो से तीन दिनों तक बारिश जारी रहेगी।
मूसलाधार बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। एफएफएस ने बताया कि बागमती, कमला, सप्तकोशी और उसकी सहायक नदी सूर्यकोशी में पानी खतरे के निशान को पार कर गया है। इस बीच, मौसम विशेषज्ञों ने इतने कम समय में भारी बारिश की वजह जलवायु परिवर्तन को बताया।