कैनबरा (ऑस्ट्रेलिया): एक जमाना था जब ऑस्ट्रेलिया में भारत से ऊंट ले जाए गए थे और एक आज का समय है जब वहां 5000 ऊंटों को गोली से मार दिया गया। मंगलवार को अधिकारियों ने बताया कि सूखे की मार झेल रहे दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया में बीते पांच दिनों में पेशेवर निशानेबाजों ने हेलीकॉप्टर से 5,000 ऊंटों को मार गिराया है। इन ऊंटों के कत्ल को लेकर दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के आदिवासी नेताओं का कहना है कि ‘गैर-देसी ऊंट सूखे और अत्यधिक गर्मी के काराण ग्रामीण इलाकों की ओर बढ़ रहे हैं। ये ऊंट खाने और बचे हुए पीने के पानी तथा बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा रहे हैं।’
पानी बचाने के लिए ऊंटों को मारना जरूरी!
दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के उत्तर-पश्चिम में स्थित अनंगु पीतजंतजतारा यंकुनितज्जतजरा (APY) इलाके के जनरल मैनेजर रिचर्ड किंग ने कहा कि “APY, जहां 2300 से ज्यादा लोग रहते हैं वहां ऊंटों को मारा गया।” रिचर्ड किंग ने कहा कि “हम पशुओं के अधिकारों की रक्षा करने वाले लोगों की चिंताओं की सराहना करते हैं, लेकिन गैर-देसी जंगली जानवरों के लिए जीवन की वास्तविकताओं के बारे में गलत जानकारी है।” उन्होंने कहा कि “भूमि के संरक्षक के रूप में, हमें इनसे निपटने की जरूरत है, जिससे लोगों के लिए मूल्यवान पानी की आपूर्ति और सभी के जीवन की की रक्षा होगी। इससे छोटे बच्चे, बुजुर्ग और देशी वनस्पति और जीव सभी प्रभावित हैं।”
5,000 से अधिक ऊंटों की हत्या
उन्होंने कहा कि “लंबे समय तक सूखा पड़ना देसी वन्य जानवरों के लिए मुश्किल नहीं है लेकिन जंगली ऊंटों के लिए यह अत्यधिक संकट होता है।” किंग ने कहा कि “कमजोर हो रहे ऊंट अक्सर पानी के कुओं के पास फंस जाते हैं और मर जाते हैं। जिससे स्थानीय लोगों और देसी जानवरों तथा पक्षियों के लिए साफ पानी के स्रोत दूषित हो रहे हैं। APY अधिकारियों ने कहा कि ऑपरेशन में 5,000 से अधिक ऊंटों को मार दिया गया है। वहीं, इससे पहले आदिवासी नेताओं ने सूखाग्रस्त इलाकों में पीने के पानी को बचाने के लिए दक्षिण ऑस्ट्रेलिया में करीब 10 हजार ऊंटों को मारने का आदेश दिया था।
भारत से है ऑस्ट्रेलिया के ऊंटों का संबंध
ऊंटों को पहली बार ऑस्ट्रेलिया में 1840 के दशक में महाद्वीप के विशाल इंटीरियर की खोज में सहायता करने के लिए लाया गया था। इसके बाद छह दशकों में भारत से करीब 20,000 ऊंट ऑस्ट्रेलिया में आयात किए गए। अब माना जाता है कि दुनिया में सबसे ज्यादा ऊंट ऑस्ट्रेलिया में ही हैं। आधिकारिक अनुमान के अनुसार, यहां के अंतर्देशीय रेगिस्तानों में एक मिलियन यानी 10 लाख से भी अधिक ऊंट हैं।