मनामा। इजरायल के साथ मुस्लिम देसों की मित्रता धीरे धीरे बढ़ने लगी है। सितंबर में खाड़ी देश बहरीन ने पहली बार इजरायल को मान्यता दी थी और अब पहली बार बहरीन का सरकारी प्रतिनिधिमंडल इजरायल के दौरे पर जा रहा है। बहरीन के विदेश मंत्री की अगुवाई में सरकारी प्रतिनिधिमंडल बहरीन की राजधानी मनामा से इजरायल के तेल अवीव के लिए निकल चुका है। प्रतिनिधिमंडल गल्फ एयर की फ्लाइट से निकला है और पहली बार तेल अवीव के लिए गल्फ एयर की फ्लाइट जा रही है।
बहरीन से पहले संयुक्त अरब अमिरात (UAE) भी इजरायल को मान्यता दे चुका है लेकिन बहरीन का मान्यता देना ज्यादा चौंकाने वाला है क्योंकि बहरीन पूरी तरह से सऊदी अरब के नियंत्रण में काम करता है और अगर बहरीन ने मान्यता दी है तो कहीं न कहीं उसमें सऊदी अरब की हामी जरूर है। ऐसी संभावना है कि आने वाले दिनों में इजरायल और सऊदी अरब के बीच भी मित्रता बढ़ सकती है। इधर पाकिस्तान भी कह रहा है कि अमेरिका और एक और बड़ा देश उसके ऊपर भी दबाव बना रहा है कि वह इजरायल को मान्यता दे।
लंबे समय से मुस्लिम देश इजरायल को मान्यता देने से परहेज करते रहे हैं और लेकिन करीब 30 साल पहले इसकी शुरुआत जॉर्डन ने कर दी थी। उसके बाद लंबा समय बीता लेकिन अधिकतर मुस्लिम देश इजरायल का एक देश के तौर पर वजूद नहीं मानते थे। लेकिन इस साल यूएई और बहरीन ने इजरायल को मान्यता दे दी है और ऐसी संभावना है कि आने वाले दिनों में कुछ और मुस्लिम देश भी इस राह चल सकते हैं।