काबुल: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अफगान सरकार से आग्रह किया है कि वह अफगानिस्तान के अशांत उत्तरी बागलान प्रांत में तालिबान द्वारा अपहृत सात भारतीय इंजीनियरों की रिहाई में हरसंभव मदद उपलब्ध कराए। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सुषमा ने अपने अफगान समकक्ष सलाहुद्दीन रब्बानी से टेलीफोन पर हुई बातचीत में उन्हें अपहृत भारतीय इंजीनियरों के बारे में भारत की चिंता से अवगत कराया और आग्रह किया कि वह इंजीनियरों का पता लगाने तथा उन्हें मुक्त कराने में मदद करें।
उन्होंने कहा कि अफगान विदेश मंत्री ने सुषमा स्वराज को आश्वस्त किया कि उनकी सरकार अपहृत भारतीय इंजीनियरों को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। अफगान विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा,‘रब्बानी ने बातचीत में भारतीय विदेश मंत्री को आश्वस्त किया कि अफगान सुरक्षाबल इंजीनियरों को बचाने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे।’ अफगान मीडिया की खबरों के अनुसार आतंकवादियों ने इंजीनियरों का अपहरण कल बागलान के चश्मा ए शीर इलाके से कर लिया था।
RPG समूह की कंपनी KEC इंटरनेशनल में कार्यरत ये भारतीय इंजीनियर अफगानिस्तान में एक विद्युत सब-स्टेशन लगाने की परियोजना पर काम कर रहे थे। पाजहवोक अफगान न्यूज ने प्रांतीय पुलिस के प्रमुख जबीउल्ला शुजा के हवाले से कहा कि प्रारंभिक सूचना के अनुसार अपहृत इंजीनियर ठीक हाल में हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारी उनके ठिकाने का पता लगाने तथा उन्हें मुक्त कराने की कोशिश कर रहे हैं। भारत युद्धग्रस्त अफगानिस्तान में पुनर्निर्माण के कार्यों में लगा है। वह अफगानिस्तान को कम से कम दो अरब डॉलर की मदद पहले ही दे चुका है।