वॉशिंगटन: निर्वासित बलोच नेताओं ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई अफगानिस्तान और दक्षिण एशिया नीति का स्वागत किया और अमेरिका से क्षेत्र में अपने मित्रों और शत्रुओं के बीच पहचान करने और उनमें भेद करने के अपने दायित्वों का निर्वाह करने की अपील की है। निर्वासित बलोच नेता नवाब ब्रम्हदाग बुगती ने कहा, ‘हम अमेरिका से क्षेत्र में उसके मित्रों और शत्रुओं के बीच पहचान और उनके बीच भेद करने के दायित्व का निर्वाह करने की अपील करते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि इस बार अमेरिका हमें निराश नहीं करेगा और हमें वह बलिदान नहीं देना पड़ेगा जो हमारे साझा मूल्यों के लिए खडे़ होने वाले शहीद नवाब अकबर बुगती को देना पड़ा, उनकी हत्या हुई थी।’
बुगती फिलहाल स्विट्जरलैंड में हैं और बलोच रिपब्लिकन पार्टी के अध्यक्ष तथा नवाब बुगती के उत्तराधिकारी हैं। उन्होंने यह बात शुक्रवार को ‘अमेरिकन फ्रेंड्स ऑफ बलूचिस्तान’ की ओर से आयोजित ‘रियल स्टोरी बिहाइंड एसेसिनेशन ऑफ नवाब अकबर खान बुगती’ कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा, ‘हम पाकिस्तान के साथ बर्ताव करने संबंधी अमेरिका की नई रणनीति वाले ट्रंप के बयान का स्वागत करते हैं। साथ ही कहा कि अमेरिकी सरकार पाकिस्तान के वास्तविक चेहरे को पहचान गई है और यह बात बलोच लोगों का उत्साह बढ़ाने वाली है।’
बुगती ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका द्वारा आतंकवादी घोषित हक्कानी नेटवर्क के नेता तथा हाफिज सईद जैसे लोग पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहे हैं वहीं बलूचिस्तान के नेता और कार्यकर्ताओं को रोजाना अगवा किया जा रहा है और उनका कत्ल किया जा रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘मेरे बाबा ने पाकिस्तान की सीमाओं को चीन को देने का विरोध किया था। लेकिन चीन अब वहां ‘चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे’ के नाम पर विशाल सैन्य अड्डा बना रहा है, जिसे बलोच मौत और विध्वंस का गलियारा कहते हैं।’ बलूचिस्तान हाउस के अध्यक्ष तथा मर्री जनजाति के प्रमुख नवाब मेहरान मर्री ने भी अमेरिका की नई नीति का स्वागत किया है।