इस्लामाबाद: पाकिस्तान की एक अदालत ने यहां शनिवार को देश के पूर्व सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SECP) के अध्यक्ष जफर हेजाजी को बर्खास्त प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके परिवार का अवैध रूप से समर्थन करने के आरोप में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
हिजाजी को इस महीने की शुरूआत में संघीय जांच एजेंसी (FIA) ने उस वक्त गिरफ्तार किया था जब नवाज शरीफ एवं उनके परिवार के खिलाफ पनामा मामले की जांच कर रही JIT की ओर से जारी रिपोर्ट में आरोप लगाया गया था कि SECP के पूर्व प्रमुख ने चौधरी सुगर मिल्स से संबंधित रिकॉर्ड में छेड़छाड़ की। आरोप है कि पूर्व बाजार नियामक ने चौधरी शुगर मिल्स से संबंधित रिकॉर्ड बदल दिए थे।
FIA ने अदालत से हेजाजी को 3 दिन की रिमांड पर देने का अनुरोध किया था, जिसे हेजाजी के वकील अजिद नफीस ने चुनौती दी थी। वकील ने तर्क दिया था कि उनका मुवक्किल पहले ही FIA की हिरासत में 7 दिन तक रह चुका है। FIA के अनुरोध को खारिज करते हुए अदालत ने हेजाजी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हेजाजी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, जब पानामा पेपर्स मामले में अदालत की 3 सदस्यीय खंडपीठ ने JIT की रिपोर्ट पर कार्रवाई की थी। शरीफ ने शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया क्योंकि शीर्ष अदालत ने उन्हें जांच के बाद पद पर बने रहने से अयोग्य घोषित कर दिया था। जांच में उनके परिवार की विदेशों में अवैध संपत्ति का पता चला है।