नई दिल्ली: संयुक्त अरब अमीरात के दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले पर समर्थन करने के लिए यूएई को धन्यवाद कहा है। पीएम ने कहा कि कश्मीर पर हमारी कार्रवाई को यूएई ने समझा। पीएम ने ये भी कहा कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाना भारत का आंतरिक मामला था। खलीज टाइम्स को दिए इंटरव्यू में पीएम ने कहा कि कुछ लोगों ने निजी हित के लिए कश्मीर का विकास रोका जिससे भटकर नौजवानों ने आतंक का रास्ता अपनाया।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने बिना नाम लिए पाकिस्तान पर भी निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि भारत पिछले 4 दशकों से सीमा पार आतंकवाद से पीड़ित है। मोदी ने इशारों में पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा है कि भारत अपनी ज़मीन पर आतंकवाद बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में साथ देने के लिए भी पीएम ने यूएई का धन्यवाद किया।
पीएम मोदी ने कहा, “भारत पिछले चार दशकों से सीमापार आतंकवाद का शिकार रहा है। ये भारत और यूएई के साझा हित में है कि मानवता के खिलाफ काम करने वाले लोगों को शरण और बढ़ावा देने वाली ताकतों को उनकी नकारात्मक राजनीति छोड़ने के लिए बाध्य किया जाय। आतंक के खिलाफ हमारे कठोर कदमों को यूएई ने समझा है।
उन्होंने आगे कहा, “जहां तक आर्टिकल 370 की बात है, हमारा आतंरिक कदम पूरी तरह से लोकतांत्रिक, पारदर्शी और संवैधानिक तरीके से लिया गया। ये फैसला उन लोगों की मंशा को खत्म करने के लिए किया गया जिन्होंने अपनी निजी स्वार्थ के लिए कश्मीर का विकास नहीं होने दिया। इसकी वजह से कुछ नौजवान भटक कर हिंसा और आतंकवाद के रास्ते पर चले गए। हम इस तरह के इरादे वालों लोगों को बर्दाश्त नहीं कर सकते।“
प्रधानमंत्री मोदी ने यूएई को उसके देश का सर्वोच्च सम्मान देने के लिए भी धन्यवाद किया है। पीएम ने कहा है कि ये मेरा नहीं बल्कि भारत की सवा सौ करोड़ जनता का सम्मान है। बता दें कि आज यूएई पीएम मोदी को ऑर्डर ऑफ जायेद सम्मान से नवाज़ने वाला है। ऑर्डर ऑफ जायेद सम्मान यूएई की सर्वोच्च सम्मान है जिसके लिए पीएम ने यूएई को शुक्रिया कहा।