कोरोना वायरस महामारी, लॉकडाउन और उसकी पाबंदियां, कहीं आने-जाने पर रोक और एक-दूसरे से दो गज की दूरी बनाए रखने की बाध्यता ने पाकिस्तान और बांग्लादेश में ईद का जश्न फीका-फीका कर दिया है। दोनों पड़ोसी मुसलमान देशों में ईद के मौके पर भी लोगों को अपने-अपने घरों में बंद रहना पड़ा। जो लोग महीने भर के रोजे के बाद ईद की खुशियां बांटने निकल पड़ते थे, वे सभी कोरोना वायरस संक्रमण फैलने के डर से इस बार चुपचाप अपनी-अपनी चाहरदीवारी में ईद मनाते नजर आए।
पाकिस्तान में सरकार ने ईद की नमाज के दौरान अनिवार्य रूप से दो गज की दूरी बनाए रखने का निर्देश देने के साथ-साथ रिश्तेदारों से मिलने नहीं जाने और दावतें नहीं देने की सलाह दी है। रेलवे बंद होने के कारण घर से दूर रह रहे लोग सबसे महत्वपूर्ण और बड़े त्योहार पर अपने घर नहीं जा सके।
दो गज की दूरी और अन्य एहतियातों का कड़ाई से पालन करते हुए मानक संचालन प्रक्रिया के तहत मस्जिदों, ईदगाह और अन्य खुली जगहों पर सभी बड़े शहरों और कस्बों मे ईद की नमाज अदा की गयी। लेकिन, कुछ जगहों पर ऐसे भी नजरे देखने को मिले जहां लोगों ने सभी नियमों की अनदेखी की और ईद मनाने बाजारों में निकल पड़े।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेष सहायक जफर मिर्जा ने शुक्रवार को कहा था कि यदि एहतियात नहीं बरती गयी तो यह जानलेवा संक्रमण तेजी से बढ़ेगा। सरकार ने कोविड-19 के लगातार नए मामले आने के बावजूद देशभर में लागू लॉकडाउन को इस महीने की शुरुआत में समाप्त कर दिया। पाकिस्तान में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 1,748 नए मामले आने के साथ ही सोमवार तक देश में संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 56,349 पहुंच गई। वहीं, देश में अभी तक संक्रमण से 1,167 लोग की मौत हुई है।
ग्राफ से पता चलता है कि देश में कोविड-19 मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, और प्रशासन को चिंता है कि ईद के दौरान ढील दिए जाने से संक्रमित लोगों की संख्या और बढ़ेगी। लेकिन प्रधानमंत्री इमरान खान ने आर्थिक कारणों का हवाला देते हुए लॉकडाउन समाप्त कर दिया।
बांग्लादेश में भी लाखों की संख्या में लोगों ने तमाम पाबंदियों के साथ ईद की नमाज अदा की।
बीडीन्यूज डॉट कॉम की खबर के मुताबिक, हजारों की संख्या मे लोगों ने तमाम पाबंदियों का पालन करते हुए ढाका स्थित बैतूल मुकर्रम राष्ट्रीय मस्जिद में नमाज अदा की। खबर के अनुसार, सरकार की ओर से जारी सलाह के विपरीत कई बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों ने भी मस्जिद में ईद की नमाज पढ़ी।