सोल: दक्षिण कोरिया के एक विपक्षी दल की नेता को आज भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते इस्तीफा देना पड़ा। यह वह दल है जो पिछले वर्ष राष्ट्रपति पार्क गुन-हे के भ्रष्टाचार के स्कैंडल में फंसने के बाद उनके समूह से अलग हो गया था। पार्क के खिलाफ आरोप लगने के बाद बरेउन पार्टी के दर्जनों सदस्य मुख्य कंजर्वेटिव समूह सेनुरी से अलग हो गए थे। इन सदस्यों ने पार्क के खिलाफ अभियोग चलाने के लिए विपक्षी सांसदों के साथ मिलकर मतदान किया था। (पांच दिवसीय यात्रा के बाद भारत के लिए रवाना हुए पीएम मोदी)
निवर्तमान राष्ट्रपति के खिलाफ अब भ्रष्टाचार और अन्य अपराधों के लिए मुकदमा चल रहा है। वहीं बरेउन पार्टी की नेता ली हे-हून पिछले माह अपने खिलाफ जांच शुरू होने के बाद खुद अब दबाव में आ चुकी हैं। उनपर आरोप है कि एक कारोबारी महिला ने उन्हें लगभग एक दर्जन अवसरों पर करीब 50 हजार डॉलर की नकदी और उपहार दिए।
हून ने इन आरोपों से तो इनकार किया है लेकिन आज इस्तीफा भी दे दिया है। उन्होंने अपनी पार्टी के सांसदों से कहा, मैं अपने आप में गुणों की कमी के कारण पैदा हुई चिंताओं के लिए क्षमा चाहती हूं। उन्होंने कहा कि वह अपने नाम पर लगा दाग हटा लेंगी और आज नहीं तो कल सत्य सामने आकर ही रहेगा।