तोक्यो: उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच जारी तनाव में सुधार की आशा कर रही दुनिया को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया बयान से झटका लगा है। ट्रंप ने सोमवार को चेतावनी दी कि उत्तर कोरिया पर ‘रणनीतिक धैर्य’ दिखाने का समय खत्म हो गया है। उत्तर कोरिया पर लगाम कसने के लिए सभी विकल्पों पर विचार करने की नीति का जापान से समर्थन मिलने के बाद उन्होंने यह बयान दिया। ट्रंप ने एशिया दौरे के दूसरे दिन उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को ‘विश्व सभ्यता और अंतर्राष्ट्रीय शांति और स्थिरता के लिए खतरा बताया।’
ट्रंप पहले भी संकेत दे चुके हैं कि उत्तर कोरिया के परमाणु हथियारों की महत्वाकांक्षा पर वॉशिंगटन राजनयिक समाधान के इतर भी गौर कर सकता है और सैन्य हस्तक्षेप पर विचार कर सकता है। उन्होंने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे की मौजूदगी में घोषणा की, ‘रणनीतिक धैर्य का समय खत्म हो गया है।’ पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के समय अमेरिका के उत्तर कोरिया से तब तक संवाद करने से इंकार कर दिया था जब तक वह परमाणु समाधान पर कोई व्यावहारिक प्रतिबद्धता नहीं जताता।
अमेरिका के करीबी सहयोगी आबे ने भी ट्रंप के बयान से सहमति जताई कि उत्तर कोरिया के खतरे से निपटने के लिए सैन्य बल के इस्तेमाल सहित ‘सभी विकल्प खुले हुए हैं।’ उत्तर कोरिया के मिसाइलों के फायरिंग लाइन में आने वाले जापान के प्रधानमंत्री आबे ने 35 कोरियाई समूहों और लोगों की संपत्तियों पर जापान द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने की भी घोषणा की। अलग-थलग पड़ चुके उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र भी कई प्रतिबंध लगा चुका है।