तेहरान: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को ट्वीट कर ईरान को ‘अंजाम भुगतने’ की धमकी दी थी, जिसपर ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। ट्रंप ने यह ट्वीट ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी के उस बयान के बाद किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि ‘सोते हुए शेर को न छेड़ें वर्ना ईरान के साथ लड़ाई सभी युद्धों की मां साबित होगी।’ अमेरिकी राष्ट्रपति के ट्वीट पर ईरान के ताकतवर सैन्य संगठन रिवॉल्यूशनरी गार्ड ने उनकी धमकी को ‘मनोवैज्ञानिक युद्ध’ बताकर खारिज कर दिया।
‘हमें बर्बाद करना चाहते हो, लेकिन कुछ कर नहीं पाओगे’
ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड के प्रमुख गुलाम हुसैन गेपरवर ने अमेरिकी राष्ट्रपति की धमकी को ‘मनोवैज्ञानिक युद्ध’ बताकर खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, ‘अमेरिका हमें बर्बाद करने से कम कुछ भी नहीं चाहता। लेकिन ट्रंप ईरान के खिलाफ कुछ भी नहीं कर सकते। हम अपने इंकलाबी यकीन को कभी भी नहीं छोड़ेंगे और दुश्मन के दबाव का प्रतिरोध करेंगे।’
ट्रंप ने ट्वीट करके रूहानी को धमकाया था
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी को ट्विटर के जरिए सीधी धमकी दी थी। अपने संदेश में ट्रंप ने टि्वटर पर कहा था, ‘अमेरिका को दोबारा कभी भी ना धमकाएं अन्यथा आपको ऐसे अंजाम भुगतने पड़ेंगे जिसके उदाहरण इतिहास में बिरले ही मिलते हैं। हम ऐसे देश नहीं है जो आपके हिंसा और मौत के विक्षिप्त शब्दों को बर्दाश्त करेंगे। सतर्क रहो।’
मई से आई अमेरिका-ईरान रिश्तों में गिरावट
अमेरिका और ईरान के बीच रिश्तों में यह गिरावट मई 2018 से आई है। दरअसल, ईरान ने 3 साल पहले अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, फ्रांस, चीन और जर्मनी के साथ वियना में एक परमाणु समझौता किया था। मई में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस समझौते को दोषपूर्ण बताकर इससे हटने का ऐलान करने के बाद दोनों देशों के रिश्ते में तल्खी आ गईं।