बीजिंग: कोरोना वायरस खतरनाक रुख अख्तियार करता जा रहा है। चीन में मंगलवार को कोरोना वायरस से 107 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। अब तक 1110 लोगों की मौत हो चुकी है। हुबई हेल्थ कमिशन के मुताबिक, सोमवार को लगभग 3000 नए मामले सामने आए और चीन में अभी तक इसके 44,200 से अधिक मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
ऐसा माना जा रहा है कि यह वायरस पिछले साल हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान के उस बाजार से फैला था, जहां जंगली जानवर बेचे जाते हैं। वहीं डब्ल्यूएचओ के प्रमुख तेदरोस अदहानोम गेब्रेयसेस ने मंगलवार को कहा था कि हालांकि इसके 99 प्रतिशत मामले चीन में है लेकिन यह पूरे विश्व के लिए एक बड़ा खतरा है।
उन्होंने सभी देशों से इस संबंध में किए किसी भी शोध की जानकारी साझा करने की अपील भी की थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूचओ) के अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की एक टीम ब्रुस एलवर्ड (आपात स्वास्थ्य स्थितियों के दिग्गज) के नेतृत्व में सोमवार रात यहां पहुंची थी।
टीम ने मंगलवार को कोरोना वायरस के प्रकोप से निपटने को लेकर चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ चर्चा शुरू की। चीन अधिकारियों ने मंगलवार को हुबेई से दो वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों को बर्खास्त कर उसकी राजधानी वुहान में प्रतिबंध कड़े कर दिए थे। वहां पहले से ही करोड़ों लोग प्रतिबंधों के दायरे में है।
वहीं कोरोना वायरस का असर अब चीन की अर्थव्यवस्था पर भी नजर आने लगा है। सेंसेक्स कल 3 फीसदी टूटकर नीचे आ गया। कोरोना वयारस को लेकर दुनिया के कई देश अलर्ट पर है। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए भारतीय हवाई अड्डों पर मंगलवार तक करीब 3 लाख से अधिक लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। कोरोना वायरस के रोगियों की जांच के लिए थर्मल स्क्रीनिंग 18 जनवरी से लगातार की जा रही है। भारत में अब तक कोरोना के 3 संदीग्ध मिले हैं।