जेरुसलम: इजरायल-गाजा सीमा पर करीब 20,000 फिलीस्तीनियों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसे 'फ्राइडे ऑफ टायर्स' नाम दिया गया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, शुक्रवार को इजरायली सीमा पर सैनिकों के साथ संघर्ष के दौरान आठ फिलीस्तीनियों की मौत हो गई और करीब 1,300 अन्य घायल हो गए। इससे पहले शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने गाजा में 30 मार्च को विरोध प्रदर्शन के दौरान इजरायली सैनिकों द्वारा कथित तौर पर अत्यधिक बल प्रयोग करने की निंदा की, जहां कम से कम 16 लोग मारे गए थे और 1,000 से अधिक घायल हुए थे।
हालांकि, शुक्रवार को हुआ विरोध प्रदर्शन पिछले सप्ताह के मुकाबले उतना व्यापक नहीं था, जिसमें करीब 30,000 लोगों के शामिल होने का अनुमान लगाया गया था।
इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) के एक बयान के मुताबिक, इजरायल की सेना ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए नियमों के अनुसार ही साधनों का इस्तेमाल किया और फायरिंग की।
आईडीएफ ने कहा कि उसके सैनिकों की ओर बम फेंके गए और सुरक्षा बाड़े को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई। इसके अलावा फिलिस्तीनियों ने धुएं की आड़ में घुसपैठ करने की कोशिश की।
बयान में कहा गया, "आईडीएफ इजरायली नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करने वाले सुरक्षा ढांचे को कोई नुकसान नहीं पहुंचाने देगा और ऐसा करने वाले हिंसक प्रदर्शनकारियों और आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा।"