बीजिंग। चीन में लोग पहले से ही बाढ़ संबंधी परेशानियों का सामना कर रहे हैं और अब दक्षिण तट पर तूफान ‘हिगोस’ ने बुधवार को दस्तक देकर उनकी मुसीबतों में इजाफा कर दिया है। इसके साथ ही लोग यहां बाढ़, भूस्खलन और असमान्य मौसमी बारिश और तूफान से एक साथ त्रस्त हैं। आधिकारिक पीपल्स डेली अखबार के अनुसार यूनान प्रांत में भूस्खलन से दो घरों के नष्ट होने के बाद पांच लोग लापता हैं। मीडिया में आई खबरों के अनुसार सिचुआन प्रांत में यिबीन शहर में एक चौराहे पर खड़े 21 वाहन सड़क टूटने के बाद बनी खड्ड में गिर पड़े। इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ।
चीन में पिछले सप्ताह अधिकारियों ने बताया था कि बाढ़ की वजह से 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है या लापता हैं। वहीं 25 अरब अमेरिकी डॉलर मूल्य का संपत्ति का नुकसान हुआ है। तूफान हिगोस झुहाई शहर के तट पर पहुंचने से पहले हांगकांग में दस्तक दे चुका था। यह शहर गुआंग्डोंग प्रांत में है। हालांकि यह कमजोर होकर पड़ोसी गुआंगशी क्षेत्र में पहुंचा। चीनी मीडिया में आई खबरों के अनुसार 65,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। स्कूलों को बंद कर दिया गया है और प्रभावित तट के पास से मछली पकड़ने वाली कई नौकाएं बंदरगाह लौट आईं हैं। एक बिजली कम्पनी ने बताया कि पेड़ों के तारों पर गिरने से मंगलवार रात को गुआंग्डोंग प्रांत के मैंज़होउ में बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई।
खबरों के अनुसार सिचुआन प्रांत में बाढ़ का कहर कम होता दिख रहा है। यहां बुधवार सुबह में आपात स्तर को कम किया गया और पानी घटने के बाद भगवान बुद्ध की प्रसिद्ध प्रतिमा की ऊंगलियां दिखने लगीं। पिछले कम से कम 70 वर्षों में ऐसा पहली बार हुआ है जब 71 मीटर लंबी लेशान बुद्ध प्रतिमा के पैर तक बाढ़ का पानी पहुंच गया। इस प्रतिमा का निर्माण आठवीं शताब्दी में हआ था।