वाशिंगटन। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने गुरुवार को पाकिस्तान को कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से उत्पन्न आर्थिक संकट को दूर करने के लिए करीब 1.4 अरब डॉलर की आपातकालीन सहायता दिए जाने को मंजूरी दे दी है। इस वित्तीय मदद के साथ पाकिस्तान अब वैश्विक महामारी के खिलाफ अपनी जंग में तेजी ला सकेगा और अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव से निपट सकेगा।
अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने एक बयान में कहा कि अत्यधिक अनिश्चितता की स्थिति में निकट भविष्य में कोविड-19 का बहुत अधिक आर्थिक प्रभाव पड़ने की आशंका है, जिसके कारण राजकोषीय एवं बाह्य वित्तीय आवश्यकताएं बढ़ेंगी। आईएमएफ का निर्णय पाकिस्तान के उस आग्रह पर निर्भर है, जिसमें उसने तत्काल संतुलन भुगतान संकट को पूरा करने के लिए मदद मांगी थी। ताजा मदद आईएमएफ द्वारा पाकिस्तान को दिए जाने वाले 6 अरब डॉलर के राहत पैकेज के अलावा है। आईएमएफ ने पिछले साल जुलाई में पाकिस्तान को 6 अरब डॉलर का कर्ज देने के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
आईएमएफ के फर्स्ट डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर और प्रभारी चेयरमैन जियोफ्रे ओकामोतो ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा असर डाला है। वैश्विक हालातों के साथ मिलकर घरेलू स्थितियों ने देश वृद्धि दर में रुकावट पैदा कर दी है। संकट के इस समय में पाकिस्तान सरकार ने वायरस के सामाजिक फैलाव को रोकने के लिए तेज कदम उठाए हैं और राहत पैकेज की भी घोषणा की है।