नई दिल्ली/बीजिंग: वुहान से भारत आए 406 भारतीयों को कोरोना वायरस के शक में छावला में रखा गया था। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद पहले चरण में करीब 200 लोगों को छुट्टी दे दी गई। जिस वक्त ये लोग घर जा रहे थे, उस वक्त वहां हेल्थ मिनिस्टर हर्षवर्धन भी मौजूद थे। हर्षवर्धन ने सभी को गुलाब का फूल देकर विदा किया। ITBP के जिस हॉस्पिटल में चीन से लाए गए भारतीयों का इलाज हुआ, वहां खास इंतजाम किए गए थे। चौदह दिन तक चीन से लाए गए लोगों को यहां रखा गया।
वहीं इस घातक वायरस से चीन में 98 और लोगों की मौत हो जाने से संक्रमण से मरने वालों की संख्या मंगलवार को 1,868 हो गई और अभी तक इसके कुल 72,436 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने बताया कि जिन 98 लोगों की जान गई उनमें से 93 हुबेई में जबकि तीन हेनान और एक-एक हेबेई और हुनान में मारे गए।
हुबेई में इसके 1,807 नए मामले सामने आए हैं, जिसके साथ ही प्रांत में इससे संक्रमित लोगों की संख्या 59,989 इतनी हो गई। बाकी चीन में इसके कुल 1,432 नए मामले सामने आए हैं। आयोग ने बताया कि 1,097 मरीज काफी गंभीर है और 11,741 मरीजों की हालत नाजुक बनी है।
सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ ने बताया कि हुबेई में अस्पताल में भर्ती 41,957 मरीजों में से 9,117 गंभीर हैं और 1,853 की हालत नाजुक बनी है। चीन में अभी तक कुल 12,552 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है।
हांगकांग में सोमवार तक इसके 60 मामलों की पुष्टि हो गई थी, जहां इससे एक व्यक्ति की जान जा चुकी है। वहीं मकाउ में 10 और ताइवान में इससे एक व्यक्ति की जान जाने सहित 22 मामले अभी तक सामने आए हैं। कोरोना वायरस से मुकाबले के प्रयासों में वैश्विक विशेषज्ञ भी शामिल हो गए हैं।
चीन ने 12 सदस्यों वाली डब्ल्यूएचओ की टीम के आने की पुष्टि की है, जिसमें अमेरिका के विशेषज्ञ भी शामिल हैं। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया था कि चीन-डब्ल्यूएचओ संयुक्त मिशन के तहत विदेशी विशेषज्ञ पहुंचे हैं।
उन्होंने संबंधित गतिविधियां आरंभ कर दी है। मिशन में अमेरिका के भी विशेषज्ञ शामिल हैं । टीम के विशेषज्ञ बीजिंग, गुआंगडोंग और सिचुआन में निरीक्षण करेंगे। हालांकि, वे हुबेई प्रांत और सबसे ज्यादा प्रभावित इसकी प्रांतीय राजधानी वुहान का दौरा नहीं करेंगे।