नई दिल्ली: पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इस महामारी से मरने वालों की तादाद 18 पर पहुंच गई है। इस बीच खबर आ रही है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में पाकिस्तान ही कोरोना वायरस फैला रहा है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की इस हरकत के कारण पीओके के लोग सड़कों पर उतर गए हैं और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के लगभग 200 कोरोना पीड़ित मरीजों को पीओके में भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान ने 200 कोरोना मरीजों को पीओके के मीरपुर के हॉस्पीटल में भेज दिया है। जिसके बाद पीओके में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।
एक स्थानीय कश्मीरी नेता ने कहा, "पाकिस्तान की यह कार्रवाई अस्वीकार्य है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पाकिस्तान बड़ा देश है और उसके पास काफी बड़ा खाली इलाका है। वह वहां पर मरीजों को रखकर उनका इलाज कर सकता है। उसे कश्मीरियों को बीमार करने और उनकी जान के लिए खतरा पैदा करने का कोई हक नहीं बनता है। इस तरह से वायरस को फैलाना भी आतंकवाद का एक रूप है। पाकिस्तान उससे बाज आए।"
यूनाइटेड कश्मीर पीपल नेशनल पार्टी के प्रवक्ता नजीर अजीज खान ने कहा कि पीओके एक विवादित क्षेत्र हैं। जहां कोरोना वायरस पीड़ितों को पहुंचाने का पाकिस्तान को कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मामले में हमने WHO और संयुक्त राष्ट्र के साथ-साथ दूसरे संगठनों से भी इसकी शिकायत की है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार ने 73 सालों में पीओके को एक अस्पताल तक नहीं दिया। लेकिन जब उनका प्रांत खतरे में आया तो सभी मरीजों को यहां पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने पाकिस्तान सरकार से प्रश्न किया है कि मरीजों को यहां पहुंचाने का उनका क्या मकसद है?