बीजिंग: चीन की भ्रष्टाचार विरोधी प्रहरी संस्था ने कोरोनावायरस की सबसे पहले जानकारी देने वाले व्हिसलब्लोअर डॉक्टर की मौत के बाद शुक्रवार को इस बारे में जांच के आदेश दिए हैं। इस जानलेवा वायरस के बारे में सबसे पहले आगाह करने वाले डॉक्टर की मौत के बाद कोरोनावायरस आपदा से निपटने के सरकार के तरीके को लेकर लोगों में काफी आक्रोश फैल गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन में कोरोनावायरस के संक्रमण के बारे में चेतावनी देने वाले 8 व्हिसलब्लोअर में एक चीनी डॉक्टर ली वेनलियांग की गुरुवार को इस महामारी में मौत हो गई थी।
मीडिया में आई रिपोर्ट्स के मुताबिक, अनुशासन निरीक्षण आयोग ने एक बयान में कहा कि जांच टीम वायरस प्रभावित वुहान शहर जाएगी, जहां डॉक्टर वेनलियांग की मौत हुई। बयान में कहा गया है कि यह टीम डॉक्टर ली वेनलियांग की मौत के अलावा अन्य मुद्दों की समग्र जांच करेगी। बता दें कि वेनलियांग वह पहले व्यक्ति थे जिन्होंने पिछले साल दिसंबर में चीन के वुहान में कोरोनावायरस के सामने आने की जानकारी दी थी, हालांकि इसके बाद पुलिस ने उन्हें प्रताड़ित भी किया था।
दरअसल, वेनलियांग ने अपने मेडिकल कॉलेज के साथियों को चीनी मैसेजिंग ऐप वीचैट पर बताया था कि स्थानीय सी फूड बाजार से आए 7 मरीजों का सार्स जैसे संक्रमण का इलाज किया जा रहा है और उन्हें अस्पताल के पृथक वॉर्ड में रखा गया है। वेनलियांग ने अपने दोस्तों से कहा था कि वे अपने परिजनों को निजी तौर पर इससे सतर्क रहने को कहें। हालांकि, यह संदेश कुछ घंटों में ही वायरल हो गया और पुलिस ने उन्हें अफवाह फैलाने वाला करार देकर प्रताड़ित किया था।