बीजिंग. चीन में घातक कोरोना वायरस से संबंधी आंकड़ें जनवरी से प्रकाशित किए जाने के बाद से मंगलवार को पहली बार ऐसा हुआ कि देश में कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से मौत का एक भी मामला सामने नहीं आया और वह अब इस संक्रमण का केंद्र रहे वुहान को बाहरी लोगों की यात्रा के लिये खोलने की तैयारी कर रहा है। चीन ने जहां वुहान को खोलना शुरू कर दिया है वहीं कोरोना वायरस के फिर से वापसी को लेकर भी देश में चिंताएं बढ़ रही हैं क्योंकि विदेशों से संक्रमित होकर आए 32 नए मामलों से इनकी संख्या 983 हो गई है। सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के घरेलू स्तर पर फैलने का कोई मामला सामने नहीं आया।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने मंगलवार को कहा कि सोमवार को मौत का कोई मामला सामने नहीं आया। चीन में कोरोना वायरस के मृतकों का आधिकारिक आंकड़ा 3,331 है। सोमवार को ही चीनी भूभाग पर कुल 30 ऐसे मामले सामने आए जिनमें संक्रमण की पुष्टि तो हुई है लेकिन कोविड-19 के लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं। इस मामले में लोग लक्षण नजर नहीं आने के बावजूद दूसरों को संक्रमित कर सकते हैं।
पिछले हफ्ते से चीन ने ऐसे लोगों की संख्या बतानी शुरू की जिनमें लक्षण नजर नहीं आ रहे थे। लोगों ने इन “मूक वाहकों” से बीमारी के प्रसार को लेकर चिंताएं बढ़ रही थीं। वुहान में दिसंबर में पहला मामला सामने आया और उसके बाद यह जंगल की आग की तरह दुनिया भर में फैल गया। वुहान ने हालांकि बुधवार से रेल और हवाई सेवाएं शुरू करने की तैयारी कर ली है। वुहान हुबेई प्रांत की राजधानी है और हुबेई ने पहले ही बाहरी लोगों के लिये यात्रा की सुविधा शुरू कर दी है।
सरकारी मीडिया के मुताबिक स्थानीय लोगों के लिये आठ अप्रैल को करीब दो महीने से ज्यादा समय के पृथकवास के बाद सामान्य जनजीवन फिर से शुरू होगा। महामारी रोग विशेषज्ञों का मानना है कि अभी हालांकि इस बीमारी को लेकर असावधान होने का समय नहीं है और न ही पाबंदियों को पूरी तरह हटाने का। उनका यह बयान खास तौर पर उन संक्रमित लोगों को लेकर है जिनमें लक्षण नहीं दिख रहे हैं। प्रशासन ने 76 दिनों से चले आ रहे कड़े प्रतिबंध हटाते हुए हालांकि स्थानीय लोगों से कहा है कि समुदाय आधारित सख्त निगरानी व प्रबंधन बरकरार रखें और यह सुनिश्चित करें कि संक्रमण के नए मामले यातायात की बहाली के बाद सामने न आएं।
सरकारी ग्लोबल टाइम्स की खबर के मुताबिक स्थानीय लोग जहां प्रतिबंध हटने को लेकर उत्साहित हैं वहीं महामारी रोग विशेषज्ञों, स्थानीय चिकित्सकों और अधिकारियों ने चेतावनी दी कि यह खुश होने का समय नहीं है क्योंकि वायरस को लेकर अभी सारी बातें स्पष्ट नहीं हैं और संक्रमित लोगों की संख्या के साथ ही ऐसे लोगों के सामने आने से मुश्किलें बढ़ रही हैं जिनमें संक्रमण के बावजूद लक्षण नजर नहीं आ रहे। वुहान में शहर के अंदर परिवहन सेवाएं पहले ही शुरू हो चुकी हैं और बुधवार को यहां से चीन के अन्य हिस्सों के लिये रेल और हवाई सेवा भी शुरू हो जाएगी।
घातक वायरस से दो माह से जंग लड़ रहे चीन के लिए सोमवार का दिन ऐतिहासिक रहा क्योंकि पहली बाद देश में एक भी मामला सामने नहीं आया। आयोग ने बताया कि चीनी भूभाग पर सोमवार तक कुल 81,740 लोग संक्रमित थे जिनमें अब भी इलाज करा रहे 1,242 मरीज, ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी पाने वाले 77,167 मरीज और बीमारी के कारण मरने वाले 3,331 लोग शामिल हैं। चीन में कोविड-19 के मामलों और मृतकों का आंकड़ा अमेरिका व कुछ अन्य यूरोपीय देशों के मुकाबले काफी कम है और चीनी अधिकारी शीर्ष अमेरिकी अधिकारियों के उन आरोपों का खंडन करते रहे हैं कि वह मामलों और मृतकों की संख्या कम कर बताता है।
चीन ने पहली बार सोमवार को कोरोना वायरस का आधिकारिक घटनाक्रम जारी किया था जिसमें उसने कहा कि कोरोना वायरस का पहली बार वुहान में “दिसंबर 2019 के अंत में’’ पता चला जहां संक्रमण को ‘‘अज्ञात कारण वाला निमोनिया” बताया गया था। हालांकि उसने इसकी उत्पत्ति से जुड़े मुख्य सवाल का कोई जिक्र नहीं किया। आयोग ने बताया कि ऐसे 1,033 मामले अब भी चिकित्सीय निगरानी में हैं जिनमें 275 लोग विदेश से आए हैं। सोमवार तक हांग कांग में चार मौत समेत 914 मामले, मकाओ में 44 मामले और ताइवान में पांच मौत समेत 373 मामले सामने आए।