तेहरान: ईरान ने बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस से 92 और मौतें होने की घोषणा की। लगातार तीसरे दिन ईरान में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या दहाई में रही। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता किनाउश जहांपुर द्वारा एक संवाददाता सम्मेलन में दी गई इन मौतों की जानकारी के साथ ही देश में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की आधिकारिक संख्या 4,869 हो गई। जहांपुर ने बताया कि पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 1,606 नए सामने आये हैं जिससे कोविड-19 के मामले बढ़कर 77,995 हो गए।
कोरोना वायरस से संक्रमित होने और अस्पताल में भर्ती होने वालों में से 52,229 को ठीक होने के बाद छुट्टी दे दी गई है। उन्होंने इसे ‘‘बढ़ती प्रवृत्ति’’ बताया। अन्य 3,594 मरीज गंभीर स्थिति में हैं। हालांकि विदेशों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि होने वाली मौत और संक्रमणों की संख्या आधिकारिक तौर पर घोषित संख्या से अधिक है। संसद द्वारा मंगलवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान में कोविड-19 से होने वाली वास्तविक मौतों की संख्या सरकार द्वारा घोषित संख्या से 80 प्रतिशत तक अधिक होने का अनुमान है। कोविड-19 संक्रमणों की संख्या ‘‘आठ से 10 गुना’’ अधिक होने का अनुमान लगाया गया है।
इसमें कहा कि आधिकारिक तौर पर घोषित आंकड़े ‘‘अस्पताल में भर्ती गंभीर लक्षणों वाले मरीजों पर ही आधारित’’ हैं। इसमें इस प्रकोप के खिलाफ धीमी गति से कदम उठाने के लिए सरकार की आलोचना की गई और कहा गया कि इस वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए कदम उठाने में देरी की वजह से इसकी ‘‘दूसरी लहर’’ अगली सर्दियों में आ सकती है।
बृहस्पतिवार को एक बयान में, रिपोर्ट जारी करने वाले कार्यालय ने आधिकारिक आंकड़ों का खंडन करने से इनकार किया और ‘‘विदेशी मीडिया’’ पर ‘‘आधिकारिक आंकड़ों को झुठलाने’’ के लिए झूठ बोलने और उसकी सामग्री को तोड़ मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया। उप स्वास्थ्य मंत्री ने इसकी पुष्टि की कि सीमित जांच के कारण संख्या अधिक हो सकती है लेकिन उन्होंने गलत आकलन पर आधारित अनुमानों को खारिज किया। सरकारी समाचार एजेंसी आईआरएनए ने बुधवार को अलीरजा राइसी के हवाले से कहा, ‘‘जिन मामलों की हमने पुष्टि की है, वे निश्चित रूप से वास्तविक आंकड़े नहीं हैं। हालांकि दुनिया में कोई सटीक आकलन नहीं है।’’
आईआरएनए ने बताया कि मंत्रालय ने प्रांतीय चिकित्सा विश्वविद्यालयों द्वारा अपने आंकड़े जारी करने पर रोक लगा दी। राष्ट्रपति हसन रूहानी की सरकार ने दो महीने पहले शुरू हुए संक्रमण को रोकने के लिए संघर्ष किया है। ईरानी सरकार ने स्कूलों और विश्वविद्यालयों को बंद कर दिया, प्रमुख कार्यक्रम स्थगित कर दिये और कई अन्य प्रतिबंध लगाए। ईरान ने तेहरान के बाहर छोटे व्यवसायों को शनिवार को फिर से खोलने की अनुमति दी और अगले सप्ताह इसे राजधानी में भी लागू करने की तैयारी में है। इस कदम की स्वास्थ्य विशेषज्ञों और यहां तक कि कुछ अधिकारियों ने भी आलोचना की है। वहीं शीर्ष अधिकारियों का तर्क है कि प्रतिबंध झेल रहा ईरान अर्थव्यवस्था को बंद करने का जोखिम नहीं उठा सकता।