इस्लामाबाद: पाकिस्तान की सरकार ने देश में कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच अनुमान लगाया है कि देश में महामारी के चलते केवल तीन महीनों के भीतर ही अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान होगा, जिसके गंभीर परिणामों के चलते देश में 1 करोड़ 23 लाख से लेकर 1 करोड़ 85 लाख लोग अपनी नौकरी खो देंगे। एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट में कहा कि मिनिस्ट्री ऑफ प्लानिंग ने गुरुवार को विभिन्न सरकारी संस्थाओं से प्राप्त जानकारी और पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स द्वारा किए गए शोध पर आधारित प्रारंभिक अनुमानों पर एक बैठक में चर्चा की।
प्रारंभिक अनुमानों से पता चला है कि सीमित प्रतिबंध लगाने जाने पर लगभग 14 लाख नौकरियां जाएंगी, जो देश के एम्प्लॉइड वर्कफोर्स के 2.2 प्रतिशत के बराबर हैं। मध्यम प्रतिबंधों के तहत यदि निजी कार्यालय और अधिकांश दुकानों को बंद कर दिया जाए और केवल आवश्यक दुकानों को खोलें तो सरकार के अनुमान के हिसाब से 1 करोड़ 23 लाख लोग बेरोजगार हो जाएंगे।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने प्लानिंग कमीशन के डिप्टी चेयरमैन जहांजेब खान के हवाले से कहा, "रोजगार पर हम यह आकलन कर सकते हैं कि मध्यम प्रतिबंधों के तहत 1.2 कोरड़ तक लोग बेरोजगार हो सकते हैं, जो एम्प्लॉइड लेबर फोर्स का लगभग 20 प्रतिशत है।" उन्होंने आगे कहा, "पूरी तरह से बंद की बात करें तो, सरकार का मानना है कि एम्प्लॉइड लेबर फोर्स के लगभग 30 प्रतिशत का नुकसान देश को होगा, जिसके चलते 1 करोड़ 85 लाख लोग बेरोजगार होंगे।"
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने 35 मौतों के साथ कोरोनावायरस से संक्रमित कुल लोगों की संख्या बढ़कर 2,441 हो गई है।