कराची: पाकिस्तान में कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप को बढ़ने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण कारोबारी और सरकार आमने-सामने आ गए हैं। कारोबार बंद होने से आर्थिक संकट का सामना कर रहे सिंध प्रांत के कारोबारियों ने कहा है कि वे कल से (15 अप्रैल से) लॉकडाउन को नहीं मानेंगे और दुकानें व अन्य प्रतिष्ठान खोलेंगे। सिंध में लॉकडाउन आज तक (14 अप्रैल) तक के लिए लगा था। अब इसका बढ़ना तय माना जा रहा है। संघीय कैबिनेट मंगलवार को देश भर में लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे चुकी है। राष्ट्रीय समन्वय समिति से अंतिम मंजूरी मिलने के बाद लॉकडाउन 30 अप्रैल तक के लिए प्रभावी हो जाएगा।
लेकिन, सिंध के कारोबारियों ने मंगलवार को साफ कर दिया कि वे कल (15 अप्रैल) से अगर लॉकडाउन लगा तो इसका पालन नहीं करेंगे और कारोबार खोलेंगे।
कराची में व्यापारियों के संगठन सिंध ताजिर इत्तिहाद के नेताओं ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह ऐलान किया। उन्होंने कहा कि सरकार लॉकडाउन को लेकर बीते दिनों गंभीर नहीं रही है। व्यापारियों की दुकानें भले बंद रहीं लेकिन सरकार लोगों को घरों में बैठान में नाकाम रही। अगर सरकार महामारी को लेकर गंभीर है तो लॉकडाउन नहीं, कर्फ्यू लगाए ताकि लोग घरों में रहें।
व्यापारी नेताओं ने कहा, "हम नागरिक अवज्ञा की तरफ नहीं जाना चाहते लेकिन हम मजबूर हैं। सरकार गिरफ्तार करना चाहे तो कर ले। लॉकडाउन बढ़ाया गया तो कारोबार की चाभी मुख्यमंत्री आवास में जमा करा देंगे।"
कारोबारी नेताओं ने कहा कि वे दुकानों को खोलने में कोरोना के मद्देनजर सभी जरूरी सुरक्षा उपाय करेंगे जिसमे सोशल डिस्टैंसिंग भी शामिल है। उन्होंने कहा कि भारी भरकम कंस्ट्रक्शन सेक्टर को खोला जा रहा है जबकि रोज कमाकर खाने वाले छोटे दुकानदारों पर कोई रहम नही किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश और सेना प्रमुख से इस पर ध्यान देने की अपील कर रहे हैं।