इस्लामाबाद। पाकिस्तान में कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से बढ़ने के मद्देनजर देश में नए प्रतिबंध लगाए गए हैं। इन प्रतिबंधों का लोग विरोध भी कर रहे हैं। विरोध का एक मामला पाकिस्तान के कराची में भी देखने को मिला। शुक्रवार को नमाज पढ़ने के लिए एकत्रित होने वाले लोगों को अपने-अपने घरों में जाने के लिए कहना पुलिस को भारी पड़ गया। लॉकडाउन का पालन कराने के लिए जब पुलिस कर्मियों ने जनता से अपने-अपने घरों में जाने के लिए कहा, तो वहां एकत्रित भीड़ ने पुलिसवालों पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए।
कुछ लोगों ने पुलिस कर्मियों के साथ हाथापाई भी की। पुलिस को अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ा। इसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्ररयोग कर एक धार्मिक गुरु समेत 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इन सभी को लॉकडाउन का उल्लंघन करने और पुलिसकर्मियों पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
शुक्रवार की नमाज में केवल 5 लोग हो सकते हैं शामिल
कोरोना संक्रामक रोग को फैलने से रोकने के लिए एक साथ मिलकर नमाज पढ़ने वाले लोगों की संख्या पांच तक सीमित करने की सरकार ने अधिसूचना जारी की है। बावजूद इसके बड़ी संख्या में लोगों को एकत्रित होने से रोकने के लिए अधिकारी जूझ रहे हैं। सरकार ने वायरस पर लगाम लगाने के लिए शुक्रवार की नमाज तथा अन्य धार्मिक सभा में भाग लेने की संख्या तीन से पांच तक सीमित करने की अधिसूचना जारी की थी। प्रांतीय और संघीय सरकारें भी लोगों को मस्जिदों से दूर रहने के लिए राजी करने की कोशिश कर रही है लेकिन उन्हें इसमें ज्यादा कामयाबी नहीं मिल रही। सिंध प्रांतीय सरकार ने लोगों को शुक्रवार की नमाज में भाग लेने से रोकने के लिए दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक पूरी तरह बंद की घोषणा की है।
2458 हुए पॉजिटिव मामले
पाकिस्तान में शुक्रवार को कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 2,458 हो गए। देश में इस वैश्विक महामारी से 37 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 126 लोग अब तक स्वस्थ हो चुके हैं।
देश के पंजाब प्रांत में कोविड-19 के 928 मामले, सिंध में 783, खैबर पख्तूनख्वा में 311, बलूचिस्तान में 169, गिलगित-बाल्टिस्तान में 190, इस्लामाबाद में 68 और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ मामले सामने आए हैं। मुल्क में एक हफ्ते से अधिक समय के आंशिक लॉकडाउन (बंद) के बावजूद मामलों की संख्या रोज बढ़ रही है।
अर्थव्यवस्था के लिए बड़े पैकेज की घोषणा
पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामले शुक्रवार को 2,500 के करीब पहुंच गए। इस बीच, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को कहा कि कोई भी यकीन से नहीं कह सकता है कि कोविड-19 महामारी कब खत्म होगी। इसके साथ ही उन्होंने अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के मकसद से निर्माण क्षेत्र के लिए बड़े पैमाने पर पैकेज की घोषणा की। उन्होंने कहा कि हमने तय किया है कि इस वर्ष के दौरान निर्माण क्षेत्र में निवेश करने वालों से उनकी आय के स्रोत के बारे में नहीं पूछा जाएगा। उन्होंने निर्माण क्षेत्र के आधार पर एक निश्चित कर व्यवस्था की घोषणा की और अपने नया पाकिस्तान हाउसिंग परियोजना में निवेश के लिए 90 प्रतिशत कर कटौती की पेशकश की।
परियोजना का मकसद गरीबों के लिए घर बनाना है। खान ने सीमेंट और स्टील को छोड़कर, निर्माण के कई क्षेत्रों पर बकाया कर वापस लेने की घोषणा की। उन्होंने लोगों द्वारा आवास इकाइयों की बिक्री पर पूंजीगत लाभ कर भी माफ कर दिया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार निर्माण क्षेत्र को उद्योग का दर्जा देगी। उन्होंने कहा कि हम 14 अप्रैल से निर्माण क्षेत्र शुरू करेंगे और यह भी देखेंगे कि हम अन्य उद्योग कैसे शुरू कर सकते हैं। खान ने यह भी कहा कि सबसे कमजोर परिवारों की मदद के लिए उन्हें 12,000 रुपए प्रति माह दिए जा रहे हैं।