इस्लामाबाद: पाकिस्तान में पिछले साल सर्वोच्च न्यायालय द्वारा ईशनिंदा के आरोपों से मुक्त होने के बाद ईसाई महिला आसिया बीबी ने देश छोड़ दिया है। यह जानकारी अधिकारियों ने बुधवार को दी। ईशनिंदा के आरोप में निचली अदालतों से मृत्युदंड की सजा पाने वाली आसिया ने आठ साल जेल में बिताए थे। डॉन ऑनलाइन ने विदेश विभाग के एक सूत्र के हवाले से कहा, "आसिया बीबी ने देश छोड़ दिया है। वह आजाद व्यक्ति हैं और अपनी मर्जी से गई हैं।"
हालांकि पाकिस्तानी मीडिया ने यह नहीं बताया है कि आसिया कहां गईं हैं, लेकिन सीएनएन ने अपनी रिपोर्ट में आसिया के वकील सैफ उल मलूक के अनुसार ये दावा किया है कि वह कनाडा गई हैं। आपको बता दें कि जून 2009 में आसिया बीबी के खिलाफ ईशनिंदा के आरोप लगाए गए थे, जिसके बाद साल 2010 में उन्हें पाकिस्तानी कोर्ट ने दोषी ठहराते हुए फांसी की सजा सुना दी थी। पाकिस्तानी कोर्ट के इस निर्णय की दुनिया भर में निंदा हुई थी।
पाकिस्तानी सर्वोच्च अदालत ने पिछले अक्टूबर में बीबी की सजा रद्द कर दी थी जिसके बाद कड़े ईशनिंदा कानून को मानने वाले धार्मिक कट्टरपंथियों ने पूरे पाकिस्तान में हिंसक प्रदर्शन किये थे, हालांकि कई संगठनों ने आसिया बीबी की रिहाई की मांग भी की थी। आसिया बीबी को अपने परिवार से अलग रहना पड़ा था और बरी किये जाने के बाद से उन्हें सुरक्षित स्थान पर रखा गया था। उनके बच्चे पहले ही कनाडा में हैं।
आपको बता दें कि पाकिस्तान की जनसंख्या में महज 1.59 फीसदी आबादी ईसाई और 1.60 फीसदी आबादी हिंदू समुदाय से समदुाय की है। यहां आए दिन इन समुदाय के लोगों के साथ भेदभाव की खबरे में सामने आती रहती हैं।