काठमांडू. चीन का दुस्साहस लगातार बढ़ता ही जा रहा है। नेपाल के साथ दोस्ती का नाटक करने वाले चीन ने अब गुस्ताखी की है। चीन के सुरक्षाकर्मियों ने बॉर्डर पर गई नेपाल की एक टीम पर आंसू गैस के गोले छोड़े। दरअसल नेपाल की ये टीम Humla जिले के Namkha में बॉर्डर पिलर्स को मॉनिटर करने के लिए गई थी। जिसपर चीन के सुरक्षाकर्मियों ने हमला कर दिया। इस बात की जानकारी Namkha ग्राम पंचायत के उपाध्यक्ष है।
Khabarhub की खबर के अनुसार, Namkha ग्राम पंचायत का उपाध्यक्ष पेना लामा ने बताया कि नेपाल की टीम बॉर्डर पिलर्स का मुआयना कर रही थी, इसी दौरान चीन की तरफ से आंसू गैस के गोल दाग दिए गए। उन्होंने बताया कि आंसू गैस के गोले पिलर नम्बर 9 के नजदीक उस समय दागे गए, जब नेपाली टीम बॉर्डर पिलर पांच, छह, सात और आठ का मुआयना करने के बाद लौट रही थी।
Khabarhub के अनुसार, जिस टीम पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए उस टीम का नेतृत्व नेपाली कांग्रेस के नेता जीवन बहादुर शाही कर रहे थे। टीम पर उस समय आंसू गैस के गोले छोड़े गए जब वो Namkha में इलाके का मुआयना करने के बाद लौट रहे थे। खबर के अनुसार, लामा की आंख में मामूली चोट भी आई है।
आपको बता दें कि नेपाल-चीन सीमा से ये घटना उस समय सामने आई है, जब नेपाल के विदेश मंत्रालय की तरफ से उन रिपोर्ट्स को नाकार दिया गया है, जिनमें ये बॉर्डर इलाकों में रह रहे नेपाली नागरिकों के हवाले से ये दावा किया गया था कि चीन ने Humla जिले में नेपाल की जमीन पर अतिक्रमण किया है। नेपाली विदेश मंत्रालय द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि चीन ने जो निर्माण काम किया है, वो चीन की अपनी सीमा में किया गया है, न कि नेपाल की सीमा में।
विज्ञप्ति में आगे कहा कि नेपाल सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ सर्वे ने आधिकारिक रिकॉर्ड्स, संयुक्त क्षेत्र का निरीक्षण और बॉर्डर मैप्स के आधार पर इस बात की पुष्टि की गई कि चीन ने जो निर्माण किया है वो नेपाल की जमीन पर नहीं है। (ANI)
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